साधारण नमक: Difference between revisions
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सोडियम क्लोराइड (NaCl) को साधारण नमक के रूप में भी जाना जाता है। | सोडियम क्लोराइड (NaCl) को साधारण नमक के रूप में भी जाना जाता है। सोडियम क्लोराइड सोडियम का एक अकार्बनिक यौगिक है जिसे नमक या साधारण नमक कहते हैं। इसका रासायनिक सूत्र NaCl है। यह एक आयनिक यौगिक है। समुद्री जल की लवणता मुख्यतः उसमें उपस्थित सोडियम क्लोराइड के कारण होती है। इसी प्रकार इसमें उपस्थित सोडियम क्लोराइड भी बहुत से बहुकोशिकीय जंतुओं के बाह्यकोशिकीय द्रव की लवणता के लिए उत्तरदायी होता है। | ||
यह सोडियम हाइड्रोक्साइड और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के बीच अभिक्रिया के बाद बनता है। यह एक उदासीन नमक है। सोडियम क्लोराइड का pH मान लगभग 7 होता है। | यह सोडियम हाइड्रोक्साइड और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के बीच अभिक्रिया के बाद बनता है। यह एक उदासीन नमक है। सोडियम क्लोराइड का pH मान लगभग 7 होता है। यह एक आयनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र NaCl है जिसमे सोडियम और क्लोराइड आयन 1:1 अनुपात में होते हैं। | ||
===== '''इसका आणविक भार : 58.44 ग्राम/मोल''' ===== | |||
गलनांक - 801<sup>०</sup>C | |||
घनत्व - 2.16 ग्राम/ cm<sup>3</sup> | |||
घुलनशील - जल, अल्कोहल, ईथर | |||
== क्लोर-क्षार प्रक्रिया द्वारा साधारण नमक का निर्माण == | == क्लोर-क्षार प्रक्रिया द्वारा साधारण नमक का निर्माण == | ||
सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH) एक प्रबल क्षार होता है। इसे कास्टिक सोडा के नाम से भी जाना जाता है। यह सोडियम क्लोराइड (ब्राइन) के घोल के विधुत अपघटन द्वारा प्राप्त किया जाता है। ब्राइन (सोडियम क्लोराइड का जलीय विलयन) के विधुत अपघटन की प्रक्रिया में, ब्राइन सोडियम हाइड्रॉक्साइड बनाने के लिए विघटित हो जाता है। साधारण नमक (NaCl) के जलीय विलयन में विद्युत प्रवाहित करने पर यह वियोजित हो जाता है और सोडियम हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया में ऐनोड पर क्लोरीन तथा कैथोड पर उपोत्पाद के रूप में हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है। इस प्रक्रिया को क्लोर-क्षार प्रक्रिया कहा जाता है क्योंकि बनने वाले उत्पाद क्लोरीन (क्लोर) और सोडियम हाइड्रोक्साइड (क्षार) होते हैं। | सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH) एक प्रबल क्षार होता है। इसे कास्टिक सोडा के नाम से भी जाना जाता है। यह सोडियम क्लोराइड (ब्राइन) के घोल के विधुत अपघटन द्वारा प्राप्त किया जाता है। ब्राइन (सोडियम क्लोराइड का जलीय विलयन) के विधुत अपघटन की प्रक्रिया में, ब्राइन सोडियम हाइड्रॉक्साइड बनाने के लिए विघटित हो जाता है। साधारण नमक (NaCl) के जलीय विलयन में विद्युत प्रवाहित करने पर यह वियोजित हो जाता है और सोडियम हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया में ऐनोड पर क्लोरीन तथा कैथोड पर उपोत्पाद के रूप में हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है। इस प्रक्रिया को क्लोर-क्षार प्रक्रिया कहा जाता है क्योंकि बनने वाले उत्पाद क्लोरीन (क्लोर) और सोडियम हाइड्रोक्साइड (क्षार) होते हैं। | ||
<chem> 2NaCl + 2H2O -> 2 NaOH</chem> | <chem> 2NaCl + 2H2O -> 2 NaOH + Cl2 + H2</chem> | ||
=== क्लोर-क्षार प्रक्रिया के उत्पाद === | |||
# सोडियम हाइड्रॉक्साइड | |||
# क्लोरीन गैस | |||
# हाइड्रोजन गैस | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
क्लोर-क्षार प्रक्रिया द्वारा साधारण नमक का निर्माण कैसे करेंगे? | |||
साधारण नमक का रसायनिक सूत्र लिखिए। इसमें सोडियम और क्लोरीन का अनुपात कितना है ? | |||
साधारण नमक की विशेषताएं बताइये। | |||
क्या होता है जब सोडियम क्लोराइड की जल से अभिक्रिया कराई जाती है ? | |||
Revision as of 17:22, 1 June 2023
सोडियम क्लोराइड (NaCl) को साधारण नमक के रूप में भी जाना जाता है। सोडियम क्लोराइड सोडियम का एक अकार्बनिक यौगिक है जिसे नमक या साधारण नमक कहते हैं। इसका रासायनिक सूत्र NaCl है। यह एक आयनिक यौगिक है। समुद्री जल की लवणता मुख्यतः उसमें उपस्थित सोडियम क्लोराइड के कारण होती है। इसी प्रकार इसमें उपस्थित सोडियम क्लोराइड भी बहुत से बहुकोशिकीय जंतुओं के बाह्यकोशिकीय द्रव की लवणता के लिए उत्तरदायी होता है।
यह सोडियम हाइड्रोक्साइड और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के बीच अभिक्रिया के बाद बनता है। यह एक उदासीन नमक है। सोडियम क्लोराइड का pH मान लगभग 7 होता है। यह एक आयनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र NaCl है जिसमे सोडियम और क्लोराइड आयन 1:1 अनुपात में होते हैं।
इसका आणविक भार : 58.44 ग्राम/मोल
गलनांक - 801०C
घनत्व - 2.16 ग्राम/ cm3
घुलनशील - जल, अल्कोहल, ईथर
क्लोर-क्षार प्रक्रिया द्वारा साधारण नमक का निर्माण
सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH) एक प्रबल क्षार होता है। इसे कास्टिक सोडा के नाम से भी जाना जाता है। यह सोडियम क्लोराइड (ब्राइन) के घोल के विधुत अपघटन द्वारा प्राप्त किया जाता है। ब्राइन (सोडियम क्लोराइड का जलीय विलयन) के विधुत अपघटन की प्रक्रिया में, ब्राइन सोडियम हाइड्रॉक्साइड बनाने के लिए विघटित हो जाता है। साधारण नमक (NaCl) के जलीय विलयन में विद्युत प्रवाहित करने पर यह वियोजित हो जाता है और सोडियम हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया में ऐनोड पर क्लोरीन तथा कैथोड पर उपोत्पाद के रूप में हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है। इस प्रक्रिया को क्लोर-क्षार प्रक्रिया कहा जाता है क्योंकि बनने वाले उत्पाद क्लोरीन (क्लोर) और सोडियम हाइड्रोक्साइड (क्षार) होते हैं।
क्लोर-क्षार प्रक्रिया के उत्पाद
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड
- क्लोरीन गैस
- हाइड्रोजन गैस
अभ्यास प्रश्न
क्लोर-क्षार प्रक्रिया द्वारा साधारण नमक का निर्माण कैसे करेंगे?
साधारण नमक का रसायनिक सूत्र लिखिए। इसमें सोडियम और क्लोरीन का अनुपात कितना है ?
साधारण नमक की विशेषताएं बताइये।
क्या होता है जब सोडियम क्लोराइड की जल से अभिक्रिया कराई जाती है ?