ऊष्माशोषी अभिक्रिया: Difference between revisions
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N<sub>2</sub> की O<sub>2</sub> क्रिया होने पर NO बनती है परन्तु ऊष्मा देनी होती है। अर्थात अभिक्रिया में ऊष्मा शोषित होती है। | N<sub>2</sub> की O<sub>2</sub> क्रिया होने पर NO बनती है परन्तु ऊष्मा देनी होती है। अर्थात अभिक्रिया में ऊष्मा शोषित होती है। | ||
एंडोथर्मिक अभिक्रिया रासायनिक अभिक्रिया होती हैं जिनमें अभिकारक उत्पाद बनाने के लिए वातावरण से ऊष्मा को अवशोषित करते हैं। ये अभिक्रिया उनके आसपास के क्षेत्र के तापमान को कम करती हैं, जिससे शीतलन प्रभाव पैदा होता है। भौतिक प्रक्रियाएं एंडोथर्मिक भी हो सकती हैं - बर्फ के टुकड़े अपने परिवेश से ऊष्मा ऊर्जा को अवशोषित करते हैं और द्रव बनाने के लिए पिघलते हैं (कोई रासायनिक बंध टूटता या बनता नहीं है)। जब एक रासायनिक बंध टूटता है, तो यह आमतौर पर ऊर्जा बाहर निकालता है। इसी तरह, रासायनिक बंधों के निर्माण के लिए ऊर्जा के निवेश की आवश्यकता होती है। | |||
Revision as of 16:26, 8 June 2023
ऊष्माशोषी अभिक्रिया- जिस रासायनिक अभिक्रिया में ऊष्मा (ऊर्जा) का अवशोषण होता है,ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहलाती है। वह अभिक्रिया जिसमें ऊष्मा शोषित होती है। ऊष्मा शोषी अभिक्रिया कहलाती है। जैसे-
- ऊष्मा
N2 की O2 क्रिया होने पर NO बनती है परन्तु ऊष्मा देनी होती है। अर्थात अभिक्रिया में ऊष्मा शोषित होती है।
एंडोथर्मिक अभिक्रिया रासायनिक अभिक्रिया होती हैं जिनमें अभिकारक उत्पाद बनाने के लिए वातावरण से ऊष्मा को अवशोषित करते हैं। ये अभिक्रिया उनके आसपास के क्षेत्र के तापमान को कम करती हैं, जिससे शीतलन प्रभाव पैदा होता है। भौतिक प्रक्रियाएं एंडोथर्मिक भी हो सकती हैं - बर्फ के टुकड़े अपने परिवेश से ऊष्मा ऊर्जा को अवशोषित करते हैं और द्रव बनाने के लिए पिघलते हैं (कोई रासायनिक बंध टूटता या बनता नहीं है)। जब एक रासायनिक बंध टूटता है, तो यह आमतौर पर ऊर्जा बाहर निकालता है। इसी तरह, रासायनिक बंधों के निर्माण के लिए ऊर्जा के निवेश की आवश्यकता होती है।