न्यूट्रॉन: Difference between revisions
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प्रत्येक परमाणु के [[नाभिक]] के अंदर पाए जाने वाले उपपरमाण्विक कण [[न्यूट्रॉन]], प्रोटॉन हैं। एकमात्र अपवाद हाइड्रोजन है, जहां नाभिक में केवल एक [[प्रोटॉन]] होता है। न्यूट्रॉन पर कोई विद्युत आवेश नहीं होता है (न तो ऋणात्मक और न ही धनात्मक) और धनात्मक रूप से आवेशित प्रोटॉन की तुलना में थोड़ा अधिक द्रव्यमान होता है। "मुक्त" न्यूट्रॉन वे हैं जो अब एक [[नाभिक]] के अंदर सीमित नहीं हैं। ये मुक्त न्यूट्रॉन परमाणु विखंडन और संलयन प्रक्रियाओं द्वारा निर्मित होते हैं। | |||
न्यूट्रॉन एक आवेश रहित मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाये जाते हैं। इसे "n" से दर्शाया जाता है। न्यूट्रॉन एक उपपरमाण्विक कण है जो की सभी प्रकार के पदार्थों के परमाणु के नाभिक में पाया जाता है। | |||
एक परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन का प्राथमिक कार्य बाध्यकारी ऊर्जा (या परमाणु गोंद) में योगदान करना है जो नाभिक को एक साथ रखता है। इसे निम्नलिखित रूप से समझा जा सकता है: | |||
एक परमाणु नाभिक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से बना होता है। नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन धनावेशित होते हैं। न्यूट्रॉन पर कोई [[आवेश]] नहीं होता है और इसलिए, प्रोटॉन के बीच इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रतिकर्षण को रोकता है। यह नाभिक के समग्र द्रव्यमान-घाटे की ओर जाता है। द्रव्यमान में कमी इस तथ्य के कारण उत्पन्न होती है कि प्रतिकर्षण से बचने की इस प्रक्रिया में द्रव्यमान का कुछ भाग बाध्यकारी ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है। | |||
== न्यूट्रॉन की खोज == | |||
न्यूट्रॉन विधुत आवेशित कण है जिसकी खोज 1932 में जेम्स चैडविक ने की थी। इन्होने देखा कि बेरेलियम तत्व पर अल्फा कणों की बमबारी करने पर एक प्रकार की किरण निकलती है। जेम्स चैडविक ने इस किरण के अध्धयन के फलस्वरूप बताया कि ये किरणें विधुत उदासीन कणों से मिलकर बनी होती हैं जिन्हे न्यूट्रॉन कहते हैं। न्यूट्रॉन का प्रतीक <sub>0</sub>n<sup>1</sup> होता है। इसका द्रव्यमान 1.0086 amu होता है। जो हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान के बराबर होता है। | |||
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== न्यूट्रॉन की विशेषताएं == | |||
* यह एक उदासीन कण है जो परमाणु के [[नाभिक]] में पाया जाता है। | |||
* इसको '''<sub>0</sub>n<sup>1</sup>''' से प्रदर्शित किया जाता है। | |||
* इस पर शून्य आवेश होता है। क्योंकि यह एक उदासीन कण है। | |||
* इसको का द्रव्यमान '''1.6749×10<sup>-27</sup> Kg''' होता है। जो कि इलेक्ट्रॉन के [[द्रव्यमान आयतन प्रतिशत(w/v)|द्रव्यमान]] से 1,839 गुना ज्यादा है। | |||
* न्यूट्रॉन पूर्ण रूप से एक मूलभूत कण नही है बल्कि यह और भी छोटे अस्थाई सूक्ष्म कणों से मिलकर बना रहता है जिन्हे क्वॉर्क कहते हैं। | |||
* यह तीन क्वॉर्क से मिलकर बना होता है, जिसमे दो डाउन क्वॉर्क होते हैं तथा एक अप क्वॉर्क होता हैं। | |||
* न्यूट्रॉन के द्वारा ही परमाणु बम का निर्माण संभव हो पाया। क्योंकि यह उदासीन कण होते हैं तो इनके द्वारा नाभिक का विखंडन संभव हो पाया। | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
* प्रोटॉन न्यूट्रॉन से किस प्रकार भिन्न है ? | |||
* न्यूट्रॉन का प्रतीक क्या है? | |||
* न्यूट्रॉन का द्रव्यमान क्या है? | |||
* न्यूट्रॉन पर क्या आवेश होता है।[[Category:कक्षा-9]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:भौतिक रसायन]] | |||
Latest revision as of 12:44, 14 August 2023
प्रत्येक परमाणु के नाभिक के अंदर पाए जाने वाले उपपरमाण्विक कण न्यूट्रॉन, प्रोटॉन हैं। एकमात्र अपवाद हाइड्रोजन है, जहां नाभिक में केवल एक प्रोटॉन होता है। न्यूट्रॉन पर कोई विद्युत आवेश नहीं होता है (न तो ऋणात्मक और न ही धनात्मक) और धनात्मक रूप से आवेशित प्रोटॉन की तुलना में थोड़ा अधिक द्रव्यमान होता है। "मुक्त" न्यूट्रॉन वे हैं जो अब एक नाभिक के अंदर सीमित नहीं हैं। ये मुक्त न्यूट्रॉन परमाणु विखंडन और संलयन प्रक्रियाओं द्वारा निर्मित होते हैं।
न्यूट्रॉन एक आवेश रहित मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाये जाते हैं। इसे "n" से दर्शाया जाता है। न्यूट्रॉन एक उपपरमाण्विक कण है जो की सभी प्रकार के पदार्थों के परमाणु के नाभिक में पाया जाता है।
एक परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन का प्राथमिक कार्य बाध्यकारी ऊर्जा (या परमाणु गोंद) में योगदान करना है जो नाभिक को एक साथ रखता है। इसे निम्नलिखित रूप से समझा जा सकता है:
एक परमाणु नाभिक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से बना होता है। नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन धनावेशित होते हैं। न्यूट्रॉन पर कोई आवेश नहीं होता है और इसलिए, प्रोटॉन के बीच इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रतिकर्षण को रोकता है। यह नाभिक के समग्र द्रव्यमान-घाटे की ओर जाता है। द्रव्यमान में कमी इस तथ्य के कारण उत्पन्न होती है कि प्रतिकर्षण से बचने की इस प्रक्रिया में द्रव्यमान का कुछ भाग बाध्यकारी ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है।
न्यूट्रॉन की खोज
न्यूट्रॉन विधुत आवेशित कण है जिसकी खोज 1932 में जेम्स चैडविक ने की थी। इन्होने देखा कि बेरेलियम तत्व पर अल्फा कणों की बमबारी करने पर एक प्रकार की किरण निकलती है। जेम्स चैडविक ने इस किरण के अध्धयन के फलस्वरूप बताया कि ये किरणें विधुत उदासीन कणों से मिलकर बनी होती हैं जिन्हे न्यूट्रॉन कहते हैं। न्यूट्रॉन का प्रतीक 0n1 होता है। इसका द्रव्यमान 1.0086 amu होता है। जो हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान के बराबर होता है।
न्यूट्रॉन की विशेषताएं
- यह एक उदासीन कण है जो परमाणु के नाभिक में पाया जाता है।
- इसको 0n1 से प्रदर्शित किया जाता है।
- इस पर शून्य आवेश होता है। क्योंकि यह एक उदासीन कण है।
- इसको का द्रव्यमान 1.6749×10-27 Kg होता है। जो कि इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से 1,839 गुना ज्यादा है।
- न्यूट्रॉन पूर्ण रूप से एक मूलभूत कण नही है बल्कि यह और भी छोटे अस्थाई सूक्ष्म कणों से मिलकर बना रहता है जिन्हे क्वॉर्क कहते हैं।
- यह तीन क्वॉर्क से मिलकर बना होता है, जिसमे दो डाउन क्वॉर्क होते हैं तथा एक अप क्वॉर्क होता हैं।
- न्यूट्रॉन के द्वारा ही परमाणु बम का निर्माण संभव हो पाया। क्योंकि यह उदासीन कण होते हैं तो इनके द्वारा नाभिक का विखंडन संभव हो पाया।
अभ्यास प्रश्न
- प्रोटॉन न्यूट्रॉन से किस प्रकार भिन्न है ?
- न्यूट्रॉन का प्रतीक क्या है?
- न्यूट्रॉन का द्रव्यमान क्या है?
- न्यूट्रॉन पर क्या आवेश होता है।