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| Atomic Mass | | Atomic Mass |
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| नील्स बोह्र का परमाणु मॉडल अभिधारणाओं के एक सेट पर आधारित है जो परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों के व्यवहार का वर्णन करता है।
| | परमाणु द्रव्यमान, जिसे परमाणु भार या परमाणु द्रव्यमान संख्या के रूप में भी जाना जाता है, एक परमाणु या रासायनिक तत्व के द्रव्यमान का माप है। यह रसायन विज्ञान और भौतिकी में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है और परमाणु स्तर पर पदार्थ की संरचना को समझने में हमारी मदद करती है। |
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| बोहर की अभिधारणाएँ:
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| इलेक्ट्रॉन विशिष्ट ऊर्जा स्तरों में नाभिक की परिक्रमा करते हैं:
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| बोह्र ने प्रस्तावित किया कि इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर परिमाणित कक्षाओं में घूमते हैं। इन कक्षाओं को, जिन्हें अक्सर ऊर्जा स्तर या कोश के रूप में जाना जाता है, नाभिक से विशिष्ट, निश्चित त्रिज्याओं की विशेषता होती है।
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| कोणीय संवेग का परिमाणीकरण:
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| बोह्र ने यह अवधारणा प्रस्तुत की कि एक विशिष्ट कक्षा में एक इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग (एलएल) परिमाणित होता है और केवल अलग-अलग मान ही ले सकता है। यह परिमाणीकरण समीकरण द्वारा व्यक्त किया गया है:
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| L=nℏ
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| जहाँ:
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| L कोणीय गति है.
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| n प्रमुख क्वांटम संख्या है (ऊर्जा स्तर से संबंधित)।
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| ℏ घटा हुआ प्लैंक स्थिरांक है।
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| इलेक्ट्रॉन असतत क्वांटा में ऊर्जा उत्सर्जित या अवशोषित करते हैं:
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| इलेक्ट्रॉन केवल कुछ निश्चित ऊर्जा स्तरों में ही मौजूद हो सकते हैं। जब एक इलेक्ट्रॉन एक ऊर्जा स्तर से दूसरे ऊर्जा स्तर में संक्रमण करता है, तो यह अलग क्वांटा में ऊर्जा उत्सर्जित या अवशोषित करता है, जिसे समीकरण द्वारा परिभाषित किया जाता है:
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| ΔE=Ef−Ei=hν
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| कहाँ:
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| ΔE ऊर्जा में परिवर्तन है।
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| Ef अंतिम ऊर्जा स्तर है।
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| Ei प्रारंभिक ऊर्जा स्तर है।
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| h प्लैंक स्थिरांक है।
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| ν उत्सर्जित या अवशोषित प्रकाश की आवृत्ति है।
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| ऊर्जा स्तर आरेख:
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| यहां बोह्र की मात्राबद्ध ऊर्जा स्तरों की अवधारणा को दर्शाने वाला एक सरलीकृत चित्र दिया गया है:<syntaxhighlight lang="mathematica">
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| Energy Levels:
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| ↑
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| | 4th Energy Level
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| | o
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| | 3rd Energy Level
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| | o
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| | 2nd Energy Level
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| | o
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| | 1st Energy Level
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| | o
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| | Nucleus
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| +----------------------------------------→
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| </syntaxhighlight>आरेख में, प्रत्येक कक्षा एक ऊर्जा स्तर का प्रतिनिधित्व करती है, और इलेक्ट्रॉन ऊर्जा क्वांटा को अवशोषित या उत्सर्जित करके इन स्तरों के बीच संक्रमण कर सकते हैं।
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| हाइड्रोजन परमाणु उदाहरण:
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| बोह्र का मॉडल प्रारंभ में हाइड्रोजन परमाणु के लिए विकसित किया गया था। हाइड्रोजन परमाणु के लिए, nवें ऊर्जा स्तर में एक इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा समीकरण द्वारा दी गई है:
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| En=−RH/n2
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| जहाँ:
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| En nवें ऊर्जा स्तर में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा है।
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| RH हाइड्रोजन के लिए रिडबर्ग स्थिरांक है।
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| <math>n </math> प्रमुख क्वांटम संख्या है।
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| == प्रमुख बिंदु ==
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| * बोह्र के मॉडल ने हाइड्रोजन की वर्णक्रमीय रेखाओं को सफलतापूर्वक समझाया।
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| * इसने परिमाणित ऊर्जा स्तर और कोणीय गति की अवधारणा पेश की।
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| * इसने क्वांटम यांत्रिकी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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| == संक्षेप में ==
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| बोह्र के अभिधारणाएं परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों के व्यवहार का वर्णन करती हैं, जिसमें परिमाणित ऊर्जा स्तर, कोणीय गति का परिमाणीकरण और असतत ऊर्जा संक्रमण शामिल हैं। यह मॉडल तत्वों की परमाणु संरचना और वर्णक्रमीय रेखाओं को समझने में एक महत्वपूर्ण कदम था।
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