सिंथेसिस गैस: Difference between revisions
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<chem>CH4(g) + H2O(g)->[1270K] CO(g) + 3H2(g)</chem> | <chem>CH4(g) + H2O(g)->[1270K] CO(g) + 3H2(g)</chem> | ||
संश्लेषण गैस , जिसे सिनगैस भी कहा जाता है, मुख्य रूप से CO, H<sub>2</sub> और CO<sub>2</sub> इसका उत्पादन गैसीकरण नामक एक थर्मोकेमिकल प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। | संश्लेषण गैस , जिसे सिनगैस भी कहा जाता है, मुख्य रूप से CO, H<sub>2</sub> और CO<sub>2</sub> इसका उत्पादन गैसीकरण नामक एक थर्मोकेमिकल प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। '''सिनगैस''', या '''संश्लेषण गैस''', विभिन्न अनुपातों में हाइड्रोजन और कार्बन मोनोऑक्साइड का मिश्रण है। गैस में प्रायः कुछ कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन होती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से अमोनिया या मेथनॉल के उत्पादन के लिए किया जाता है। | ||
Revision as of 11:35, 25 October 2023
CO और हाइड्रोजन के मिश्रण को सिंथेटिकगैस (संश्लेषण गैस या जल गैस) के रूप में जाना जाता है। इसका उपयोग मेथनॉल के निर्माण के लिए किया जाता है। यह उत्प्रेरक की उपस्थिति में उच्च तापमान पर हाइड्रोकार्बन या कोक पर भाप की क्रिया द्वारा निर्मित होता है।
संश्लेषण गैस , जिसे सिनगैस भी कहा जाता है, मुख्य रूप से CO, H2 और CO2 इसका उत्पादन गैसीकरण नामक एक थर्मोकेमिकल प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। सिनगैस, या संश्लेषण गैस, विभिन्न अनुपातों में हाइड्रोजन और कार्बन मोनोऑक्साइड का मिश्रण है। गैस में प्रायः कुछ कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन होती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से अमोनिया या मेथनॉल के उत्पादन के लिए किया जाता है।