फास्फोरस के हैलाइड: Difference between revisions

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[[Category:P ब्लॉक के तत्व]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:अकार्बनिक रसायन]]
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फास्फोरस दो प्रकार के हैलाइड बनता है-
<chem>PX3 (X = F, Cl, Br,I) </chem> तथा <chem>PX5 (X = F,Cl,Br)</chem>
== फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड का विरचन ==
श्वेत फॉस्फोरस पर शुष्क क्लोरीन गैस प्रवाहित करने पर फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड प्राप्त होता है।
<chem>P4 + 6Cl2 -> 4PCl3</chem>
श्वेत फॉस्फोरस पर थायोनिल क्लोराइड की अभिक्रिया से फॉस्फोरस प्राप्त होता है।
<chem>P4 + 8SOCl2 -> 4PCl3 + 4SO2 + 2S2Cl2</chem>
== फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड के गुण ==
* यह रंगहीन तैलीय द्रव है।
* यह नमी में जल अपघटित हो जाता है।
<chem>PCl3 + 3H2O -> H3PO3 + 3HCl</chem>
फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड -OH समूह के साथ अभिक्रिया करके कार्बनिक यौगिक बनाता है।
<chem>3CH3COOH + PCl3 -> 3CH3COCl + H3PO3</chem>
<chem>3C2H5OH + PCl3 -> 3C2H5Cl + H3PO3</chem>
फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड की आकृति पिरैमिडी है तथा संकरण SP<sup>3</sup> है।

Revision as of 10:41, 16 April 2024

फास्फोरस दो प्रकार के हैलाइड बनता है-

तथा

फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड का विरचन

श्वेत फॉस्फोरस पर शुष्क क्लोरीन गैस प्रवाहित करने पर फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड प्राप्त होता है।

श्वेत फॉस्फोरस पर थायोनिल क्लोराइड की अभिक्रिया से फॉस्फोरस प्राप्त होता है।

फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड के गुण

  • यह रंगहीन तैलीय द्रव है।
  • यह नमी में जल अपघटित हो जाता है।

फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड -OH समूह के साथ अभिक्रिया करके कार्बनिक यौगिक बनाता है।

फॉस्फोरस ट्राइ क्लोराइड की आकृति पिरैमिडी है तथा संकरण SP3 है।