पीएचबीवी: Difference between revisions

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यह 3 - हाइड्रॉक्सीब्यूटेनाइक अम्ल और 3 - हाइड्रॉक्सीपेंटेनोइक अम्ल के सहबहुलकन से प्राप्त होता है यह PHBV का उपयोग विशिष्ट पैकेजिंग, और अनेक औषधियों के बनाने में होता है। सहबहुलकन बनाने के लिए दो (या अधिक) प्रकार की मोनोमर इकाइयों का उपयोग किया जाता है। सहबहुलकन की दोहराई जाने वाली संरचनात्मक इकाई में दो (या अधिक) प्रकार की मोनोमर इकाइयाँ पाई जा सकती हैं।
यह 3 - हाइड्रॉक्सीब्यूटेनाइक अम्ल और 3 - हाइड्रॉक्सीपेंटेनोइक अम्ल के [[सहबहुलकन]] से प्राप्त होता है यह PHBV का उपयोग विशिष्ट पैकेजिंग, और अनेक औषधियों के बनाने में होता है। सहबहुलकन बनाने के लिए दो (या अधिक) प्रकार की मोनोमर इकाइयों का उपयोग किया जाता है। सहबहुलकन की दोहराई जाने वाली संरचनात्मक इकाई में दो (या अधिक) प्रकार की मोनोमर इकाइयाँ पाई जा सकती हैं।


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<chem>CH3-CH(OH)-CH2-COOH + CH3-CH2-CH(OH)-CH2-COOH -> (-O-CH(CH3)-CH2-CO-O-CH(CH2-CH3)-CH2-CO-)n</chem>बहुत से बहुलक पर्यावरण निम्नीकरण प्रक्रमों के लिए प्रतिरोधी है और इस प्रकार बहुलक ठोस अपशिष्ट के संचयन के लिए उत्तरदायी है। इस प्रकार यह ठोस अपशिष्ट से गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं और यह बहुत लम्बे समय तक अनिम्नीक्रत रूप से होते हैं। इन बहुलकों में जैव बहुलकों में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूहों के सदृश प्रकार्यात्मक समूह पाए जाते हैं। बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर एक प्रकार के पॉलिमर हैं जिन्हें सूक्ष्मजीवों की क्रिया द्वारा सरल यौगिकों में तोड़ा जा सकता है, जो अंततः पर्यावरण में लौट आते हैं। पारंपरिक, गैर-बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक से जुड़ी बढ़ती पर्यावरणीय चिंताओं के कारण इन पॉलिमर ने ध्यान आकर्षित किया है। बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर बड़े अणु होते हैं जो दोहराई जाने वाली उप-इकाइयों से बने होते हैं जिन्हें प्राकृतिक प्रक्रियाओं, जैसे कि माइक्रोबियल क्रिया, सूर्य के प्रकाश और जल द्वारा छोटे टुकड़ों में तोड़ा जा सकता है।
 
बहुत से बहुलक पर्यावरण निम्नीकरण प्रक्रमों के लिए प्रतिरोधी है और इस प्रकार बहुलक ठोस अपशिष्ट के संचयन के लिए उत्तरदायी है। इस प्रकार यह ठोस अपशिष्ट से गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं और यह बहुत लम्बे समय तक अनिम्नीक्रत रूप से होते हैं। इन बहुलकों में जैव बहुलकों में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूहों के सदृश प्रकार्यात्मक समूह पाए जाते हैं। बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर एक प्रकार के पॉलिमर हैं जिन्हें सूक्ष्मजीवों की क्रिया द्वारा सरल यौगिकों में तोड़ा जा सकता है, जो अंततः पर्यावरण में लौट आते हैं। पारंपरिक, गैर-बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक से जुड़ी बढ़ती पर्यावरणीय चिंताओं के कारण इन पॉलिमर ने ध्यान आकर्षित किया है। बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर बड़े अणु होते हैं जो दोहराई जाने वाली उप-इकाइयों से बने होते हैं जिन्हें प्राकृतिक प्रक्रियाओं, जैसे कि माइक्रोबियल क्रिया, सूर्य के प्रकाश और जल द्वारा छोटे टुकड़ों में तोड़ा जा सकता है।


== पीएचबीवी के लाभ ==
== पीएचबीवी के लाभ ==
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*'''चिकित्सा उपकरण:''' कुछ बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर का उपयोग चिकित्सा अनुप्रयोगों में किया जाता है, जैसे टांके और दवा वितरण प्रणाली।
*'''चिकित्सा उपकरण:''' कुछ बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर का उपयोग चिकित्सा अनुप्रयोगों में किया जाता है, जैसे टांके और दवा वितरण प्रणाली।
==अभ्यास प्रश्न==
==अभ्यास प्रश्न==
*जैव निम्नीकरणीय बहुलक को एक उदाहरण द्वारा समझाइये।
*[[जैव निम्नीकरणीय बहुलक|जैव निम्नीकरणीय]] बहुलक को एक उदाहरण द्वारा समझाइये।
*जैव निम्नीकरणीय बहुलक की क्या उपयोगिता है?
*जैव निम्नीकरणीय बहुलक की क्या उपयोगिता है?
*पॉली बीटा हाइड्रॉक्सीब्यूटिरेट - को - बीटा हाइड्रॉक्सी वैलरेट (PHBV) की अभिक्रिआ लिखिए।
*पॉली बीटा हाइड्रॉक्सीब्यूटिरेट - को - बीटा हाइड्रॉक्सी वैलरेट (PHBV) की अभिक्रिआ लिखिए।

Latest revision as of 11:41, 31 May 2024

यह 3 - हाइड्रॉक्सीब्यूटेनाइक अम्ल और 3 - हाइड्रॉक्सीपेंटेनोइक अम्ल के सहबहुलकन से प्राप्त होता है यह PHBV का उपयोग विशिष्ट पैकेजिंग, और अनेक औषधियों के बनाने में होता है। सहबहुलकन बनाने के लिए दो (या अधिक) प्रकार की मोनोमर इकाइयों का उपयोग किया जाता है। सहबहुलकन की दोहराई जाने वाली संरचनात्मक इकाई में दो (या अधिक) प्रकार की मोनोमर इकाइयाँ पाई जा सकती हैं।

बहुत से बहुलक पर्यावरण निम्नीकरण प्रक्रमों के लिए प्रतिरोधी है और इस प्रकार बहुलक ठोस अपशिष्ट के संचयन के लिए उत्तरदायी है। इस प्रकार यह ठोस अपशिष्ट से गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं और यह बहुत लम्बे समय तक अनिम्नीक्रत रूप से होते हैं। इन बहुलकों में जैव बहुलकों में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूहों के सदृश प्रकार्यात्मक समूह पाए जाते हैं। बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर एक प्रकार के पॉलिमर हैं जिन्हें सूक्ष्मजीवों की क्रिया द्वारा सरल यौगिकों में तोड़ा जा सकता है, जो अंततः पर्यावरण में लौट आते हैं। पारंपरिक, गैर-बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक से जुड़ी बढ़ती पर्यावरणीय चिंताओं के कारण इन पॉलिमर ने ध्यान आकर्षित किया है। बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर बड़े अणु होते हैं जो दोहराई जाने वाली उप-इकाइयों से बने होते हैं जिन्हें प्राकृतिक प्रक्रियाओं, जैसे कि माइक्रोबियल क्रिया, सूर्य के प्रकाश और जल द्वारा छोटे टुकड़ों में तोड़ा जा सकता है।

पीएचबीवी के लाभ

पर्यावरणीय लाभ

प्रदूषण में कमी: बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर प्राकृतिक यौगिकों में टूट जाते हैं, जिससे लगातार प्लास्टिक प्रदूषण से जुड़े पर्यावरणीय प्रभाव कम हो जाते हैं।

नवीकरणीय संसाधन

कई बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर पौधों जैसे नवीकरणीय संसाधनों से प्राप्त होते हैं, जो उन्हें पेट्रोलियम-आधारित प्लास्टिक की तुलना में अधिक टिकाऊ बनाते हैं।

अनुप्रयोग

  • पैकेजिंग: एकल-उपयोग प्लास्टिक के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए पैकेजिंग सामग्री में बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर का उपयोग किया जाता है।
  • कृषि: बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर से बनी मल्च फिल्में मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार और अपशिष्ट को कम करने में मदद करती हैं।
  • चिकित्सा उपकरण: कुछ बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर का उपयोग चिकित्सा अनुप्रयोगों में किया जाता है, जैसे टांके और दवा वितरण प्रणाली।

अभ्यास प्रश्न

  • जैव निम्नीकरणीय बहुलक को एक उदाहरण द्वारा समझाइये।
  • जैव निम्नीकरणीय बहुलक की क्या उपयोगिता है?
  • पॉली बीटा हाइड्रॉक्सीब्यूटिरेट - को - बीटा हाइड्रॉक्सी वैलरेट (PHBV) की अभिक्रिआ लिखिए।