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| {| class="wikitable" | | {| class="wikitable" |
| | colspan="4" rowspan="1" style="text-align:center" |'''कक्षा 11 रसायन विज्ञान (1) के लिए टैक्सोनॉमी'''
| | |'''S.No''' |
| |-
| | |'''English''' |
| |'''अध्याय'''
| | |'''Hindi''' |
| |'''विषय''' | |
| |'''उपविषय-1''' | |
| |'''उपविषय-2''' | |
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| |[[रसायन विज्ञान की कुछ मूल अवधरणाएँ]] (SOME BASIC CONCEPTS OF CHEMISTRY)
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| |[[रसायन विज्ञान का विकास]] (DEVELOPMENT OF CHEMISTRY)
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| |[[रसायन विज्ञान का महत्त्व]] (IMPORTANCE OF CHEMISTRY)
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| |[[द्रव्य की प्रकृति]] (NATURE OF MATTER)
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| |[[द्रव्य का वर्गीकरण]] (Classification of Matter)
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| |[[द्रव्य के गुणधर्म और उनका मापन]] (PROPERTIES OF MATTER AND THEIR MEASUREMENT)
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| |[[द्रव्य के गुणधर्म और उनका मापन|द्रव्य के भौतिक एवं रासायनिक गुण]] (Physical and chemical properties of Matter)
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| |भौतिक गुणधर्मों का मापन (Measurement of physical properties)
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| |मात्रकों की अंतर्राष्ट्रीय पद्धति (The International System of Units (SI))
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| |द्रव्यमान और भार (Mass and Weight)
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| |आयतन (Volume)
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| |ताप (Temperature)
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| |[[मापन में अनिश्चितता]] (UNCERTAINTY IN MEASUREMENT)
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| |वैज्ञानिक अनिश्चितता
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| |सार्थक अंक
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| |विमीय विश्लेषण
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| |[[रासायनिक संयोजन के नियम]] (LAWS OF CHEMICAL COMBINATIONS)
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| |[[द्रव्यमान संरक्षण का नियम]] (Law of Conservation of Mass)
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| |[[स्थिर अनुपात का नियम]] (Law of Definite Proportions)
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| |[[गुणित अनुपात का नियम]] (Law of Multiple Proportions)
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| |[[गे लुसाक का गैसीय आयतन नियम]] (Gay Lussac’s Law of Gaseous Volumes)
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| |[[आवोगाद्रो का नियम]] (Avogadro’s Law)
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| |[[डाल्टन के परमाणु सिद्धांत का नियम]] (DALTON’S ATOMIC THEORY)
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| |[[औसत परमाणु द्रव्यमान]] (Average Atomic Mass)
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| |[[आणविक द्रव्यमान]] (Molecular Mass)
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| |[[सूत्र-द्रव्यमान]] (Formula Mass)
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| |[[मोल संकल्पना और मोलर द्रव्यमान]] (MOLE CONCEPT AND MOLAR MASSES)
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| |[[प्रतिशत संघटन]] (PERCENTAGE COMPOSITION)
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| |[[मूलानुपाती सूत्र और आणविक सूत्र]] (Empirical Formula for Molecular Formula)
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| |[[स्टॉइकियोमीट्री और स्टॉइकियोमीट्रिक परिकल्पना]] (STOICHIOMETRY AND STOICHIOMETRIC CALCULATIONS)
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| |[[सीमान्त अभिकर्मक]] (Limiting Reagent)
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| |[[विलयनों में अभिक्रियाएं]] (Reactions in Solutions)
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| |[[द्रव्यमान प्रतिशत]]
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| |[[मोल अंश]]
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| |[[मोलरता]]
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| |[[मोललता]]
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| |[[परमाणु की संरचना]] (STRUCTURE OF ATOM
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| |[[अवपरमाण्विक कणों की खोज]] (DISCOVERY OF SUB-ATOMIC PARTICLES)
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| |[[इलेक्ट्रॉन की खोज]] (Discovery of Electron)
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| |[[इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान आवेश अनुपात]] (Charge to Mass Ratio of Electron)
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| |[[इलेक्ट्रॉनों पर आवेश]]
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| (Charge on the Electron)
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| |[[प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन की खोज]] (Discovery of Protons and Neutrons)
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| |[[परमाणु मॉडल]] (ATOMIC MODELS)
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| |[[परमाणु का थॉमसन मॉडल]] (Thomson Model of Atom)
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| |[[रदरफोर्ड का नाभिकीय परमाणु मॉडल]] (Rutherford’s Nuclear Model of Atom)
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| |-
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| |[[परमाणु संख्या तथा द्रव्यमान संख्या]] (Atomic Number and Mass Number)
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| |[[समस्थानिक एवं समभारिक]] (Isobars and Isotopes)
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| |रदरफोर्ड मॉडल की कमियां (Drawbacks of Rutherford Model)
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| |[[बोर के परमाणु मॉडल के विकास की पृष्ठभूमि]] (DEVELOPMENTS LEADING TO THE BOHR’S MODEL OF ATOM)
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| |-
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| |[[विद्युत चुंबकीय विकिरण की तरंग प्रकृति]] (Wave Nature of Electromagnetic Radiation)
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| |[[विद्युत चुंबकीय विकिरण की कणीय प्रकृति: प्लांक का क्वांटम सिद्धांत]] (Particle Nature of Electromagnetic Radiation: Planck’s Quantum Theory)
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| |-
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| |[[प्रकाश विधुत प्रभाव]] (Photoelectric Effect)
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| |[[विद्युत चुंबकीय विकिरण का द्वैत प्रभाव]] (Dual Behaviour of Electromagnetic Radiation)
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| |-
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| |[[क्वांटित इलेक्ट्रॉनिक ऊर्जा के लिए प्रमाण:परमाण्विक स्पेक्ट्रा]] (Evidence for the quantized* Electronic Energy Levels: Atomic spectra)
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| |-
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| |[[उत्सर्जन तथा अवशोषण स्पेक्ट्रा]] (Emission and Absorption Spectra)
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| |[[हाइड्रोजन का रेखीय स्पेक्ट्रम]] (Line Spectrum of Hydrogen)
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| |-
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| |[[हाइड्रोजन परमाणु के लिए बोर मॉडल]] (BOHR’S MODEL FOR HYDROGEN ATOM)
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| |-
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| |[[हाइड्रोजन के रेखा स्पेक्ट्रम की व्याख्या]] (Explanation of Line Spectrum of Hydrogen)
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| |[[बोर मॉडल की सीमाएं]]
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| |[[हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत]]
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| |[[अनिश्चितता सिद्धांत का महत्व]]
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| |[[बोर मॉडल की विफलता के कारण]]
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| |[[परमाणु का क्वांटम यांत्रिकीय मॉडल]]
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| |[[हाइड्रोजन परमाणु था श्रोडिंजर समीकरण]]
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| |[[कक्षक और क्वांटम संख्या]]
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| |[[मुख्य क्वांटम संख्या]]
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| |[[दिगंशी क्वांटम संख्या]]
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| |[[चुंबकीय क्वांटम संख्या]]
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| |-
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| |[[चक्रण क्वांटम संख्या]]
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| |-
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| |[[परमाणु कक्षकों की आकृतियां]]
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| |[[कक्षकों की ऊर्जाएँ]]
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| |[[परमाणु में कक्षकों का भरा जाना]]
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| |- | | |- |
| | |1 |
| | |Acid |
| | |[[अम्ल]] |
| | | | | |
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| |[[ऑफबाऊ नियम]]
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| |- | | |- |
| | |2 |
| | |Addition Reaction |
| | |[[संकलन अभिक्रिया]] |
| | | | | |
| |
| |
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| |
| |[[पाउली अपवर्जन सिद्धांत]]
| |
| |- | | |- |
| | | | |3 |
| | | | |Alloy |
| |
| | |[[मिश्र धातु]] |
| |[[हुण्ड का अधिकतम बहुलता का नियम]]
| |
| |-
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| |
| |[[परमाणुओं का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]] | |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |4 |
| |[[पूर्णरूपेण पूरित एवं अर्धपूरित उप-कोशों का स्थायित्व]] | | |Amalgam |
| |
| | |[[अमलगम]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| |[[तत्वों का वर्गीकरण एवं गुणधर्मों में आवर्तिता]] | | |5 |
| |
| | |Amphoteric Oxides |
| |
| | |[[उभयधर्मी आक्साइड]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |6 |
| |[[तत्वों का वर्गीकरण क्यों आवश्यक है]] | | |Anode Punk |
| |
| | |[[एनोड पंक]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |7 |
| |[[आवर्त सारणी की उत्पत्ति]] | | |Atom |
| |
| | |[[परमाणु और अणु|परमाणु]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |8 |
| | | | |Atomic Number |
| |[[आधुनिक आवर्त नियम तथा आवर्त सारणी का वर्तमान स्वरूप]] | | |[[परमाणु संख्या तथा द्रव्यमान संख्या|परमाणु संख्या]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |9 |
| | | | |Atomic Radius |
| |[[१०० से अधिक परमाणु क्रमांक वाले तत्वों का नामकरण]]
| |
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| |-
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| |[[तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास तथा आवर्त सारणी]]
| |
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| |-
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| |[[आवर्त में इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]]
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| |-
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| |[[वर्गवार इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]]
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| |-
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| |[[इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और तत्वों के प्रकार]]
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| |-
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| |[[s ब्लॉक के तत्व]]
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| |-
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| |[[p ब्लॉक के तत्व]]
| |
| |-
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| |[[d ब्लॉक के तत्व (संक्रमण तत्त्व)]]
| |
| |-
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| |[[f ब्लॉक के तत्व]]
| |
| |-
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| |[[धातु, अधातु और उपधातु]]
| |
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| |-
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| |[[तत्वों के गुणधर्मों में आवर्तिता]]
| |
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| |-
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| |[[भौतिक गुणधर्मों की प्रवृत्ति]]
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| |-
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| |
| |[[परमाणु त्रिज्या]] | | |[[परमाणु त्रिज्या]] |
| |-
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| | | | | |
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| |
| |[[आयनी त्रिज्या]]
| |
| |- | | |- |
| | |10 |
| | |Baking Soda |
| | |[[बेकिंग सोडा]] |
| | | | | |
| |
| |
| |
| |
| |[[आयनन एंथैल्पी]]
| |
| |- | | |- |
| | |11 |
| | |Balanced Chemical Equations |
| | |[[संतुलित रासायनिक समीकरण]] |
| | | | | |
| |
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| |
| |
| |[[इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी]]
| |
| |- | | |- |
| | |12 |
| | |Base |
| | |[[क्षार]] |
| | | | | |
| |
| |
| |
| |
| |[[वैद्युतीयऋणात्मकता]]
| |
| |- | | |- |
| | | | |13 |
| | | | |Bleaching Powder |
| |[[रासायनिक गुणधर्मों में आवर्त प्रवृत्ति]] | | |[[विरंजक चूर्ण]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |14 |
| | | | |Benzene |
| |[[संयोजकता में आवर्तिता या ऑक्सीकरण अवस्था]] | | |[[बेन्जीन]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |15 |
| | | | |Bohr Atomic Model |
| |[[रासायनिक अभिक्रियाशीलता तथा आवर्तिता]] | | |[[बोहर परमाणु मॉडल]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| |[[रासायनिक आबंधन तथा आण्विक संरचना]] | | |16 |
| |
| | |Boiling point |
| |
| | |[[क्वथनांक]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |17 |
| |[[रासायनिक आबंधन की कॉसेल लूइस अवधारणा]] | | |Calcination |
| |
| | |[[निस्तापन]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |18 |
| | | | |Canal Rays |
| |[[अष्टक नियम]] | | |[[केनाल किरणें]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |19 |
| |[[आबंध]] | | |Charge |
| |
| | |[[आवेश]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |20 |
| | | | |Chemical Equations |
| |[[सहसंयोजी आबंध]] | | |[[रासायनिक समीकरण]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | |21 |
| | |Chemical Formula |
| | |[[रासायनिक सूत्र]] |
| | | | | |
| |
| |
| |
| |
| |[[लुईस संरचना]]
| |
| |- | | |- |
| | |22 |
| | |Chemical Transformation |
| | |[[रासायनिक परिवर्तन]] |
| | | | | |
| |
| |
| |
| |
| |[[फॉर्मल आवेश]]
| |
| |- | | |- |
| | |23 |
| | |Chlor-alkali process |
| | |[[क्लोर-क्षार प्रक्रिया]] |
| | | | | |
| |
| |
| |
| |
| |[[अष्टक नियम की सीमाएं]]
| |
| |- | | |- |
| | | | |24 |
| | | | |Colloid |
| |[[विद्युत संयोजी बंध]] | | |[[कोलॉइड]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | |25 |
| | |Combination Reaction |
| | |[[संयोजन अभिक्रिया]] |
| | | | | |
| |
| |
| |
| |
| |[[जालक एन्थैल्पी]]
| |
| |- | | |- |
| | | | |26 |
| |[[आबंध प्राचल]] | | |Combustion |
| |
| | |[[दहन]] |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[आबंध लम्बाई]]
| |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[आबंध कोण]]
| |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[आबंध एन्थैल्पी]]
| |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[आबंध कोटि]]
| |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[अनुनाद संरचनाएँ]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |27 |
| | | | |Common Salt |
| |[[आबंध -ध्रुवणता]] | | |[[साधारण नमक]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | |29 |
| | |Compound |
| | |[[यौगिक]] |
| | | | | |
| |
| |
| |
| |
| |[[द्विध्रुव आघूर्ण]]
| |
| |- | | |- |
| | | | |30 |
| |[[संयोजकता कोश इलेक्ट्रॉन युग्म प्रतिकर्षण सिद्धांत]] | | |Corrosion |
| |
| | |[[संक्षारण]] |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[एकाकी युग्मरहित केंद्रित परमाणु युक्त अणुओं की ज्यामितीय]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |31 |
| | | | |Covalent Compound |
| |[[केंद्रित परमाणु युक्त अणुओं की ज्यामितीय जिसमे एकाकी युग्म उपस्थित है]] | | |[[सहसंयोजक यौगिक]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |32 |
| |[[संयोजकता बंध सिद्धांत]] | | |Decomposition Reaction |
| |
| | |[[अपघटन या वियोजन अभिक्रिया]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |33 |
| |[[कक्षक अतिव्यापन अवधारणा]] | | |Deposition process |
| |
| | |[[निक्षेपण प्रक्रम]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |34 |
| | | | |Dispersed Phase |
| |[[परमाणु कक्षकों का अतिव्यापन]] | | |[[परिक्षिप्त प्रावस्था]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |35 |
| | | | |Dispersion Medium |
| |[[अतिव्यापन के प्रकार तथा सहसंयोजी आबंध की प्रकृति]] | | |[[परिक्षेपण माध्यम]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |36 |
| | | | |Displacement Reaction |
| |[[सिग्मा बंध तथा पाई बंध]] | | |[[विस्थापन अभिक्रिया]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |37 |
| | | | |Distillation |
| |
| | |[[आसवन]] |
| |[[सिग्मा आबंधों तथा पाई आबंधों की प्रबलता]]
| |
| |-
| |
| |
| |
| |[[संकरण]]
| |
| |
| |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[संकरण के प्रकार]]
| |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[sp3, sp2, sp संकरण के उदाहरण]]
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[d कक्षकों वाले तत्वों में संकरण]]
| |
| |-
| |
| |
| |
| |[[आणविक कक्षक सिद्धांत]]
| |
| |
| |
| |
| |
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| |[[आणविक कक्षकों के प्रकार]]
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| |[[आणविक कक्षकों का ऊर्जा स्तर आरेख]]
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| |[[समनाभिकीय द्विपरमाणुक अणुओं में आबंधन]]
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| |[[हाइड्रोजन आबंधन]]
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| |[[हाइड्रोजन आबंधों के प्रकार]]
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| |[[द्रव्य की अवस्थाएँ]]
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| |[[अंतरा-आणविक बल]]
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| |[[प्रकीर्णन बल अथवा लंडन बल]]
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| |[[द्विध्रुव-द्विध्रुव बल]]
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| |[[द्विध्रुव प्रेरित द्विध्रुव बल]]
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| |[[ऊष्मीय ऊर्जा]]
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| |[[गैसीय अवस्था]]
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| |[[गैस के नियम]]
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| |[[बॉयल का नियम]]
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| |[[चार्ल्स का नियम]]
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| |[[गै -लुसैक नियम]]
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| |[[आवोगाद्रो नियम]]
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| |[[आदर्श गैस समीकरण]]
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| |[[गैसीय पदार्थ का घनत्व एवं मोलर द्रव्यमान]]
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| |[[डाल्टन का आंशिक दाब नियम]]
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| |[[गतिज ऊर्जा एवं अणुक गति]]
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| |[[गैसों का अणुगतिक सिद्धांत]]
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| |[[आदर्श व्यवहार से विचलन]]
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| |[[गैसों का द्रवीकरण]]
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| |[[क्रांतिक ताप]]
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| |[[क्रांतिक दाब]]
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| |[[क्रांतिक आयतन]]
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| |[[द्रव अवस्था]]
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| |[[वाष्प दाब]]
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| |[[पृष्ठ तनाव]]
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| |[[श्यानता]]
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| |[[उष्मागतिकी]]
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| |[[ऊष्मागतिकी के तकनीकी शब्द]]
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| |[[निकाय एवं परिवेश]]
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| |[[निकाय के प्रकार]]
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| |[[निकाय की अवस्था]]
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| |[[आंतरिक ऊर्जा: एक अवस्था फलन|आंतरिक ऊर्जा : एक अवस्था फलन]]
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| |[[कार्य]]
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| |ऊष्मा
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| |[[सामान्य स्थिति]]
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| |[[एन्थैल्पी]]
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| |[[एक उपयोगी नया अवस्था फलन]]
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| |[[विस्तीर्ण एवं गहन गुण]]
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| |[[ऊष्मा धारिता]]
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| |[[एक आदर्श गैस के लिए Cp एवं Cv में सम्बन्ध]]
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| |[[Δ U एवं ΔH का मापन: कैलोरीमिति]]
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| |[[Δ U का मापन]]
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| |[[ΔH का मापन]]
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| |[[अभिक्रिया के लिए एन्थैल्पी परिवर्तन, ΔrH अभिक्रिया एन्थैल्पी]]
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| |-
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| |[[अभिक्रिया की मानक एन्थैल्पी]]
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| |[[प्रावस्था रूपांतरण में एन्थैल्पी-परिवर्तन]]
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| |[[मानक विरचन एन्थैल्पी ∆Hf]]
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| |[[ऊष्मा रासायनिक समीकरण]]
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| |[[हेस का नियम]]
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| |[[विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं के लिए एन्थैल्पी]]
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| |[[मानक दहन एन्थैल्पी ∆Hc]]
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| |[[कणन एन्थैल्पी]]
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| |[[आबंध एन्थैल्पी]]
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| |[[बहुपरमाणुक अणु]]
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| |[[जालक एन्थैल्पी]]
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| |[[विलयन एन्थैल्पी]]
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| |[[तनुकरण की एन्थैल्पी]]
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| |[[स्वतः प्रवर्तिता]]
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| |[[एन्ट्रापी एवं स्वतः प्रवर्तिता]]
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| |[[गिब्स ऊर्जा एवं स्वतः प्रवर्तिता]]
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| |[[एन्ट्रापी और ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम]]
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| |-
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| |[[निरपेक्ष एन्ट्रापी और ऊष्मागतिकी का तीसरा नियम]]
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| |-
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| |
| |[[गिब्स ऊर्जा परिवर्तन एवं साम्यावस्था]]
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| |-
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| |साम्यावस्था
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| |-
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| |[[भौतिक प्रक्रमों में साम्यावस्था]]
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| |-
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| |[[ठोस-द्रव साम्यावस्था]]
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| |[[द्रव-वाष्प साम्यावस्था]]
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| |-
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| |
| |[[ठोस-वाष्प साम्यावस्था]]
| |
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| |-
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| |[[द्रव में ठोस अथवा गैस की घुलनशीलता सम्बन्धी साम्य]]
| |
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| |-
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| |
| |[[द्रवों में ठोस]]
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| |-
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| |[[द्रवों में गैसें]]
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| |-
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| |
| |[[भौतिक साम्यावस्था]]
| |
| |
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| |-
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| |
| |[[भौतिक साम्यावस्था की विशेषताएं]]
| |
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| |-
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| |
| |[[भौतिक साम्यावस्था के सामान्य अभिलक्षण]]
| |
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| |-
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| |[[रासायनिक साम्यावस्था का नियम तथा साम्यावस्था स्थिरांक]]
| |
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| |-
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| |[[समांग साम्यावस्था]]
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| |-
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| |
| |[[गैसीय निकाय में साम्यावस्था स्थिरांक (Kp)]]
| |
| |-
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| |
| |[[विषमांग साम्यावस्था]]
| |
| |
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| |-
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| |
| |[[साम्यावस्था स्थिरांक के अनुप्रयोग]]
| |
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| |-
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| |
| |[[अभिक्रिया की सीमा का अनुमान लगाना]]
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| |-
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| |
| |[[अभिक्रिया की दिशा का बोध]]
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| |-
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| |
| |[[साम्य सांद्रताओं की गणना]]
| |
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| |-
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| |[[साम्यावस्था स्थिरांक K, अभिक्रिया भागफल Q तथा गिब्स ऊर्जा G में सम्बन्ध]]
| |
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| |-
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| |[[साम्य को प्रभावित करने वाले कारक]]
| |
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| |-
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| |
| |[[सांद्रता परिवर्तन का प्रभाव]]
| |
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| |-
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| |
| |[[दाब परिवर्तन का प्रभाव]]
| |
| |
| |
| |-
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| |
| |[[अक्रिय गैस के योग का प्रभाव]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |38 |
| | | | |Detergent |
| |[[ताप परिवर्तन का प्रभाव]] | | |[[अपमार्जक]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |39 |
| | | | |Döbereiner’s Triads |
| |[[उत्परिवर्तन का प्रभाव]] | | |[[डोबेराइनर के त्रिक]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |40 |
| |[[विलयन में आयनिक साम्यावस्था]] | | |Double Displacement Reaction |
| |
| | |[[द्विविस्थापन अभिक्रिया]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |41 |
| |[[अम्ल क्षारक एवं लवण]] | | |Electrolytic Refining |
| |
| | |[[विद्युत अपघटनी परिष्करण]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |42 |
| | | | |Electron |
| |[[अम्ल क्षार की आरहेनियस धारणा]] | | |[[इलेक्ट्रॉन]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |43 |
| | | | |Electrovalent Compounds |
| |[[ब्रॉन्स्टेड लोरी अम्ल एवं क्षार]] | | |[[वैधुत संयोजक यौगिक]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |44 |
| | | | |Element |
| |[[लूइस अम्ल एवं क्षारक]] | | |[[तत्व]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |45 |
| |[[अम्ल एवं क्षारकों का आयनन]] | | |Endothermic Reaction |
| |
| | |[[ऊष्माशोषी अभिक्रिया]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |46 |
| |[[जल का आयनन स्थिरांक एवं इसका आयनिक गुणनफल]] | | |Energy Level |
| |
| | |[[ऊर्जा स्तर]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |48 |
| |[[pH स्केल]] | | |Enrichment of Ores |
| |
| | |[[अयस्कों का समृद्धिकरण]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |49 |
| | | | |Ethanoic Acid |
| |[[दुर्बल अम्लों के आयनन स्थिरांक]] | | |[[एथेनोइक अम्ल]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |50 |
| | | | |Ethenol |
| |[[दुर्बल क्षारकों का आयनन]] | | |[[एथनॉल]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |51 |
| | | | |Evaporation |
| |[[Ka तथा Kb में सम्बन्ध]] | | |[[वाष्पीकरण]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |52 |
| | | | |Exothermic Reaction |
| |[[द्वि एवं बहु क्षारकी अम्ल तथा द्वि एवं बहु अम्लीय क्षारक]] | | |[[ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |53 |
| |[[अम्लों एवं क्षारकों के आयनन में समआयन प्रभाव]] | | |Fractional Distillation |
| |
| | |[[प्रभाजी आसवन]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |54 |
| |[[लवणों का जल अपघटन एवं इनके विलयन का pH]] | | |Functional Group |
| |
| | |[[प्रकार्यात्मक समूह]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |55 |
| |[[बफर विलयन]] | | |Galvanization |
| |
| | |[[यशदलेपन]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |56 |
| | | | |Gypsum |
| |[[अम्लीय बफर]] | | |[[जिप्सम]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |57 |
| | | | |Heterogeneous mixture |
| |[[क्षारीय बफर]] | | |[[विषमांगी मिश्रण]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |58 |
| |[[अल्पविलेय लवणों की विलेयता साम्यावस्था]] | | |Homogeneous Mixture |
| |
| | |[[समांगी मिश्रण]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |59 |
| | | | |Homologus Series |
| |[[विलेयता गुणनफल स्थिरांक]] | | |[[समजातीय श्रृंखला]] |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | |60 |
| | |Hydrophilic |
| | |[[जलरागी]] |
| | | | | |
| |[[आयनिक लवणों की विलेयता पर सम आयन प्रभाव]]
| |
| |
| |
| |
| |
| |}
| |
| {| class="wikitable"
| |
| | colspan="5" rowspan="1" style="text-align:center" |'''कक्षा 11 रसायन विज्ञान (2) के लिए टैक्सोनॉमी'''
| |
| |-
| |
| |'''अध्याय-सूची'''
| |
| |'''विषय-सूची'''
| |
| |'''उपविषय-1'''
| |
| |'''उपविषय-2'''
| |
| |'''उपविषय-3'''
| |
| |- | | |- |
| |[[अपचयोपचय अभिक्रियाएँ]] | | |61 |
| |
| | |Hydrophobic |
| |
| | |[[जलविरागी]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |62 |
| |[[अपचयोपचय अभिक्रियाएँ]] | | |Indicator |
| |
| | |[[सूचक]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |63 |
| |[[इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण अभिक्रियाओं के रूप में अपचयोपचय अभिक्रियाएँ]] | | |Ion |
| |
| | |[[आयन]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |64 |
| | | | |Ionic Compound |
| |[[प्रतियोगी इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण अभिक्रियाएँ]] | | |[[आयनिक यौगिक]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |65 |
| | | | |Isobars |
| |[[अपचयोपचय अभिक्रियाओं के प्रारूप]] | | |[[समभारिक]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |66 |
| | | | |Isotopes |
| |
| | |[[समस्थानिक]] |
| |[[योग अभिक्रियाएँ]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |67 |
| | | | |latent heat |
| |
| | |[[गुप्त ऊष्मा]] |
| |[[अपघटन अभिक्रियाएँ]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |68 |
| | | | |litmus paper |
| |
| | |[[लिट्मस पेपर]] |
| |[[विस्थापन अभिक्रियाएँ]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |69 |
| | | | |Mass Number |
| |
| | |[[द्रव्यमान संख्या]] |
| |[[असमानुपातन अभिक्रियाएँ]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |70 |
| | | | |Matter |
| |[[अपचयोपचय अभिक्रियाओं का संतुलन]] | | |[[द्रव्य]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |71 |
| | | | |Melting point |
| |
| | |[[गलनांक]] |
| |[[ऑक्सीकरण-संख्या विधि]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |72 |
| | | | |Metals |
| |
| | |[[धातु, अधातु और उपधातु|धातु]] |
| |[[अर्द्ध अभिक्रिया विधि]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |73 |
| |[[ऑक्सीकरण-संख्या]] | | |Metalloid |
| |
| | |[[धातु, अधातु और उपधातु|उपधातु]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |74 |
| |[[अपचयन अभिक्रियाएँ तथा इलेक्ट्रोड प्रक्रम]] | | |Molecular compound |
| |
| | |[[आणविक यौगिक]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| |[[हाइड्रोजन]] | | |75 |
| |
| | |Molecule |
| |
| | |[[अणु]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |76 |
| |[[आवर्त सारणी में हाइड्रोजन का स्थान]] | | |Mendeleev’s Periodic Table |
| |
| | |[[मेंडलीफ की आवर्त सारणी]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |77 |
| |[[डाइहाइड्रोजन]] | | |Metal Extraction |
| |
| | |[[धातुओं का निष्कर्षण]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |78 |
| |[[डाइहाइड्रोजन बनाने की विधियां]] | | |Metallic and Nonmetallic characteristics |
| |
| | |[[धात्विक और अधात्विक गुण]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |79 |
| |[[डाइहाइड्रोजन के गुण]] | | |Methods of Separation of Solutions |
| |
| | |[[विलयन की पृथक्करण विधियां]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |80 |
| | | | |Methyl Orange |
| |[[डाइहाइड्रोजन के अनुप्रयोग]] | | |[[मिथाइल ऑरेंज]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |81 |
| |[[हाइड्राइड]] | | |Micelles |
| |
| | |[[मिसेल्स]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |82 |
| | | | |Mineral |
| |[[आयनिक या लवणीय हाइड्राइड]] | | |[[खनिज]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |83 |
| | | | |Mixture |
| |[[सहसंयोजक या आण्विक हाइड्राइड]] | | |[[मिश्रण]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |84 |
| | | | |Modern periodic table |
| |[[धात्विक या अरसमीकरणमितीय हाइड्राइड]] | | |[[आधुनिक आवर्त सारणी]] |
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| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |85 |
| |जल | | |Neutralization Reaction |
| |
| | |[[उदासीनीकरण अभिक्रिया]] |
| | | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |86 |
| | | | |Neutron |
| |[[जल के भौतिक गुण]] | | |[[न्यूट्रॉन]] |
| |
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| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |87 |
| | | | |Newlands’ Law of Octaves |
| |
| | |[[न्यूलैंड्स का अष्टक नियम]] |
| |[[जल की संरचना]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |88 |
| | | | |Non-metals |
| |
| | |[[धातु, अधातु और उपधातु|अधातु]] |
| |[[बर्फ की संरचना]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |90 |
| | | | |Non-Corrosive Base |
| |[[जल के रासायनिक गुण]] | | |[[असंक्षारक क्षार]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |91 |
| | | | |Nucleus |
| |
| | |[[नाभिक]] |
| |[[उभयधर्मी प्रकृति]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |92 |
| | | | |Orbit |
| |
| | |[[कक्षा]] |
| |[[जल की अपचयोपचय अभिक्रिया]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |93 |
| | | | |Ore |
| |
| | |[[अयस्क]] |
| |[[जल अपघटन अभिक्रिया]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |94 |
| | | | |Organic Compounds |
| |
| | |[[कार्बनिक यौगिक]] |
| |[[हाइड्रेट विरचन]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |95 |
| | | | |Oxidation and Reduction |
| |[[कठोर एवं मृदु जल]] | | |[[ऑक्सीकरण और अपचयन]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |96 |
| | | | |Period |
| |
| | |[[आवर्त]] |
| |[[अस्थायी कठोरता]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |97 |
| | | | |Periodic Law |
| |
| | |[[आवर्त नियम]] |
| |[[स्थायी कठोरता]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |98 |
| |[[हाइड्रोजन पेरॉक्साइड के भौतिक एवं रासायनिक गुण|हाइड्रोजन पेरॉक्साइड]] | | |pH Scale |
| |
| | |[[pH पैमाना]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |99 |
| | | | |Phase |
| |[[हाइड्रोजन पेरोक्साइड बनाने की विधियाँ]] | | |[[प्रावस्था]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |100 |
| | | | |Phenolphthalein |
| |[[भौतिक गुण]] | | |[[फेनॉल्फथेलिन]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |101 |
| | | | |Plasma |
| |
| | |[[प्लाज्मा]] |
| |[[संरचना]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |102 |
| | | | |Plaster of Paris |
| |[[रासायनिक गुणधर्मों में आवर्त प्रवृत्ति|रासायनिक गुण]] | | |[[प्लास्टर ऑफ पेरिस]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |103 |
| |[[भारी जल]] | | |Precipitate |
| |
| | |[[अवक्षेप]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |104 |
| |[[डाई हाइड्रोजन ईंधन के रूप में]] | | |Precipitation Reactions |
| |
| | |[[अवक्षेपण अभिक्रियाएँ]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| |[[s-ब्लॉक तत्व]] | | |105 |
| |
| | |Product |
| |
| | |[[उत्पाद]] |
| |
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| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |106 |
| |[[क्षार -धातुएँ]] | | |Proton |
| |
| | |[[प्रोटॉन]] |
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| |
| |
| |
| |-
| |
| |
| |
| |
| |
| |[[इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और तत्वों के प्रकार|इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]]
| |
| |
| |
| |
| |
| |-
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| |
| |
| |
| |
| |[[परमाणु तथा आयनी त्रिज्या]] | |
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| |-
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| |
| |[[आयनीकरण एन्थैल्पी]]
| |
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| |-
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| |
| |
| |
| |[[जलयोजन एन्थैल्पी]]
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| |
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| |-
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| |
| |[[क्षार -धातुओं के भौतिक गुण]]
| |
| |
| |
| |
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| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |107 |
| |[[क्षार -धातुओं के रासायनिक गुण]] | | |Purification |
| |
| | |[[परिशोधन]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |108 |
| |[[क्षार -धातुओं के यौगिकों के सामान्य अभिलक्षण]] | | |Rancidity |
| |
| | |[[विकृतगंधिता]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |109 |
| | | | |Reactant |
| |[[ऑक्साइड और हाइड्रॉक्साइड]] | | |[[अभिकारक]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |110 |
| | | | |Reactivity Series |
| |[[हैलाइड्स]] | | |[[सक्रियता श्रेणी]] |
| |
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| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |111 |
| | | | |Reagent |
| |[[ऑक्सो-अम्लों के लवण]] | | |[[अभिकर्मक]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |112 |
| |[[लिथियम का असंगत व्यवहार]] | | |Redox Reaction |
| |
| | |[[रेडॉक्स अभिक्रिया]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |113 |
| | | | |Roasting |
| |[[लिथियम एवं मैग्नीशियम में समानताओं के बिंदु]] | | |[[भर्जन]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |114 |
| |[[सोडियम के कुछ महत्वपूर्ण यौगिक]] | | |Rutherford Atomic Model |
| |
| | |[[रदरफोर्ड का नाभिकीय परमाणु मॉडल]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |115 |
| | | | |Saponification |
| |[[सोडियम कार्बोनेट(धावन सोडा)]] | | |[[साबुनीकरण]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |116 |
| | | | |Saturated and Unsaturated Compounds |
| |[[सोडियम क्लोराइड]] | | |[[संतृप्त और असंतृप्त यौगिक]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |117 |
| | | | |Sodium hydroxide |
| |[[सोडियम हाइड्रॉक्साइड]] | | |[[सोडियम हाइड्रॉक्साइड]] |
| |
| |
| |
| |
| |-
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| |
| |
| |
| |
| |[[सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट(बेकिंग सोडा)]]
| |
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| |
| |-
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| |
| |[[सोडियम एवं पोटैशियम की जैव उपयोगिता]]
| |
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| |-
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| |
| |[[क्षारीय मृदा धातुएँ]]
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| |-
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| |
| |
| |
| |[[इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और तत्वों के प्रकार|इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]]
| |
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| |-
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| |
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| |
| |[[परमाणु एवं आयनी त्रिज्या]]
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| |-
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| |
| |[[आयनीकरण एन्थैल्पी]]
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| |-
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| |
| |[[जलयोजन एन्थैल्पी]]
| |
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| |-
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| |
| |[[क्षारीय मृदा धातुओं के रासायनिक गुण]]
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| |-
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| |[[वायु एवं जल के प्रति अभिक्रियाशीलता]]
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| |-
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| |[[हैलोजन के प्रति अभिक्रियाशीलता]]
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| |-
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| |[[हाइड्रोजन के प्रति अभिक्रियाशीलता]]
| |
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| |-
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| |[[अम्लों के प्रति अभिक्रियाशीलता]]
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| |-
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| |[[अपचायक प्रकृति]]
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| |-
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| |[[द्रव अमोनिया में विलयन]]
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| |-
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| |[[क्षारीय मृदा धातुओं के यौगिक के लक्षण]]
| |
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| |-
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| |[[ऑक्साइड एवम हाइड्रोक्साइड]]
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| |-
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| |[[हैलाइड्स]]
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| |-
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| |[[ऑक्सो-अम्लों के लवण]]
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| |-
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| |
| |[[कार्बोनेट]]
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| |-
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| |[[सल्फेट]]
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| |-
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| |[[नाइट्रेट]]
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| |-
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| |
| |[[बेरिलियम का असंगत व्यवहार]]
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| |-
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| |
| |[[बेरिलियम एवं एलुमिनियम में विकर्ण सम्बन्ध]]
| |
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| |-
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| |
| |[[कैल्शियम के कुछ महत्वपूर्ण यौगिक]]
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| |-
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| |[[कैल्शियम ऑक्साइड या बिना बुझा चूना, CaO]]
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| |-
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| |
| |[[कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड या बुझा चूना, Ca(OH)2]]
| |
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| |-
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| |
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| |
| |[[कैल्शियम कार्बोनेट]]
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| |-
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| |
| |[[कैल्शियम सल्फेट (प्लास्टर ऑफ़ पेरिस)]]
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| |-
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| |
| |[[सीमेंट]]
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| |-
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| |[[मैग्नीशियम और कैल्शियम की जैव महत्ता]]
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| |-
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| |p ब्लॉक तत्व
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| |-
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| |[[समूह १३ के तत्व:बोरॉन परिवार]]
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| |-
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| |
| |[[इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और तत्वों के प्रकार|इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]]
| |
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| |-
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| |[[परमाणु त्रिज्या]]
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| |-
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| |[[आयनीकरण एन्थैल्पी]]
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| |-
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| |[[वैद्युतीयऋणात्मकता]]
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| |-
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| |[[रासायनिक गुणधर्मों में आवर्त प्रवृत्ति|रासायनिक गुण]]
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| |-
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| |[[ऑक्सीकरण अवस्था एवं रासायनिक अभिक्रियाशीलता की प्रवृत्ति]]
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| |-
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| |[[वायु के प्रति अभिक्रियाशीलता]]
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| |-
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| |[[अम्ल एवं क्षार के प्रति अभिक्रियाशीलता]]
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| |-
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| |
| |[[हैलोजनों के प्रति अभिक्रियाशीलता]]
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| |-
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| |[[बोरोन की प्रवृत्ति तथा असंगत व्यवहार]]
| |
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| |-
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| |[[बोरोन के कुछ महत्वपूर्ण यौगिक]]
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| |-
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| |[[बोरेक्स]]
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| |-
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| |[[आर्थोबोरिक अम्ल]]
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| |-
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| |[[डाइबोरेन]]
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| |-
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| |[[बोरॉन, एल्युमीनियम तथा इनके योगिकों के उपयोग]]
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| |-
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| |समूह-14 के तत्व : कार्बन परिवार
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| |भौतिक गुण
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| |इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
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| |सहसंयोजक त्रिज्या
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| |आयनन एन्थैल्पी
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| |-
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| |वैद्युतीयऋणात्मकता
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| |-
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| |रासायनिक गुण
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| |-
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| |ऑक्सीकरण अवस्था तथा रासायनिक अभिक्रियाशीलता
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| |-
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| |ऑक्सीजन के प्रति अभिक्रियाशीलता
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| |हैलोजन के प्रति अभिक्रियाशीलता
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| |-
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| |[[कार्बन की महत्वपूर्ण प्रवृत्तियां एवं असामान्य व्यवहार]]
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| |-
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| |[[कार्बन के अपरूप]]
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| |[[हीरा]]
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| |[[ग्रेफाइट]]
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| |[[फुलरीन]]
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| |-
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| |[[कार्बन के उपयोग]]
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| |-
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| |[[कार्बन तथा सिलिकॉन के प्रमुख यौगिक]]
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| |-
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| |[[कार्बन के ऑक्साइड]]
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| |[[कार्बन मोनोऑक्साइड]]
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| |-
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| |[[कार्बन डाइऑक्साइड]]
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| |-
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| |[[सिलिकॉन डाइऑक्साइड]]
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| |-
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| |[[सिलिकॉन]]
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| |[[सिलिकेट]]
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| |-
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| |[[जिओलाइट]]
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| |-
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| |[[कार्बनिक रसायन: कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें]]
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| |-
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| |[[कार्बन की चतुर्संयोजकता: कार्बनिक यौगिकों की आकृतियां]]
| |
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| |-
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| |[[कार्बनिक यौगिकों की आकृतियाँ]]
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| |-
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| |[[पाई आबंधों के कुछ अभिलक्षण]]
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| |-
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| |[[कार्बनिक यौगिकों का संरचनात्मक निरूपण]]
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| |-
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| |[[पूर्ण संधनित तथा आबंध रेखा संरचनात्मक निरूपण]]
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| |-
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| |[[कार्बनिक यौगिकों का त्रिविमी सूत्र]]
| |
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| |-
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| |[[कार्बनिक यौगिकों का वर्गीकरण]]
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| |-
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| |[[अचक्रीय अथवा विवृत श्रंखला यौगिक]]
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| |-
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| |[[चक्रीय अथवा बंद श्रृंखला यौगिक]]
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| |[[एलिसाइक्लिक यौगिक]]
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| |[[क्रियात्मक समूह]]
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| |[[एरोमेटिक योगिक]]
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| |[[सजातीय श्रेणियां]]
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| |[[कार्बनिक यौगिकों की नामपद्धति]]
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| |[[आई यू पी ए सी नामकरण]]
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| |[[एल्केन का आई यू पी ए सी नाम पद्धति]]
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| |[[सीधी श्रंखलायुक्त हाइड्रोकार्बन]]
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| |[[शाखित श्रृंखला युक्त हाइड्रोकार्बन]]
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| |[[क्रियात्मक समूह से युक्त कार्बनिक यौगिकों की नामपद्धति]]
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| |[[बेंजीन व्युत्पन्नों की नामपद्धति]]
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| |[[समावयवता]]
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| |[[संरचनात्मक समावयवता]]
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| |श्रंखला समावयवता
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| |- | | |- |
| | | | |118 |
| | | | |Solution |
| | | | |[[विलयन]] |
| |स्थिति समावयवता
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| |- | | |- |
| | | | |119 |
| | | | |States of Matter |
| | | | |[[पदार्थ की अवस्थाएं]] |
| |क्रियात्मक समूह समावयवता
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |120 |
| | | | |Sublimation |
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| |मध्यावयवता
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| |-
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| |त्रिविम समावयवता
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| |-
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| |[[कार्बनिक अभिक्रियाओं की क्रियाविधि में मूलभूत संकल्पनाएँ]]
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| |[[सहसंयोजक आबंध का विदलन]]
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| |[[क्रियाधार एवं अभिकर्मक]]
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| |[[कार्बनिक अभिक्रियाओं में इलेक्ट्रॉन संचलन]]
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| |-
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| |[[सहसंयोजी आबंध में इलेक्ट्रॉन विस्थापन के प्रभाव]]
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| |-
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| |[[प्रेरणिक प्रभाव]]
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| |[[अनुनाद-संरचना]]
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| |[[अनुनाद-प्रभाव]]
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| |[[धनात्मक अनुनाद-प्रभाव]]
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| |-
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| |[[ऋणात्मक-अनुनाद-प्रभाव]]
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| |-
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| |[[अतिसंयुग्मन]]
| |
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| |-
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| |[[कार्बोनिक अभिक्रियाएं और उनकी क्रियाविधि]]
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| |-
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| |
| |[[प्रतिस्थापन अभिक्रियाएं]]
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| |-
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| |[[संकलन/ योगज अभिक्रियाएँ]]
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| |[[विलोपन अभिक्रियाएँ]]
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| |-
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| |
| |[[पुनर्विन्यास अभिक्रिया]]
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| |-
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| |[[कार्बनिक यौगिकों के शोधन की विधियां]]
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| |-
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| |
| |[[ऊर्ध्वपातन]] | | |[[ऊर्ध्वपातन]] |
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| |- | | |- |
| | | | |121 |
| | | | |Substance |
| |[[क्रिस्टलन]] | | |[[पदार्थ]] |
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| |- | | |- |
| | | | |122 |
| | | | |Substitution Reaction |
| |[[आसवन]] | | |[[प्रतिस्थापन अभिक्रिया]] |
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| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |123 |
| | | | |Suspension |
| |[[विभेदक निष्कर्षण]] | | |[[निलंबन]] |
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| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |124 |
| | | | |Thermal energy |
| |[[वर्णलेखन]] | | |[[ऊष्मीय ऊर्जा]] |
| |
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| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |125 |
| | | | |Thermite Reaction |
| |
| | |[[थर्माइट अभिक्रिया]] |
| |[[अधिशोषण-वर्णलेखन]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |126 |
| | | | |Thomson Atomic Model |
| |
| | |[[परमाणु का थॉमसन मॉडल]] |
| |[[कॉलम-वर्णलेखन]]
| |
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| |
| |-
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| |
| |[[पतली परत वर्णलेखन]] | |
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| |- | | |- |
| | | | |127 |
| | | | |Traumatization |
| |
| | |[[आघातवधर्यता]] |
| |[[वितरण क्रोमैटोग्राफी]] | |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |128 |
| |[[कार्बनिक यौगिकों का गुणात्मक विश्लेषण]] | | |Tyndall Effect |
| |
| | |[[टिंडल प्रभाव]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |129 |
| | | | |Valency |
| |[[कार्बन तथा हाइड्रोजन की पहचान]] | | |[[संयोजकता]] |
| |
| |
| | | | | |
| |- | | |- |
| | | | |130 |
| | | | |Washing Soda |
| |[[अन्य तत्वों की पहचान]] | | |[[सोडियम कार्बोनेट(धावन सोडा)]] |
| |
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| |
| |
| |-
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| |
| |[[नाइट्रोजन का परीक्षण]]
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| |-
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| |[[सल्फर का परीक्षण]]
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| |-
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| |[[हैलोजनों का परीक्षण]]
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| |-
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| |
| |[[फास्फोरस का परीक्षण]]
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| |-
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| |[[मात्रात्मक विश्लेषण]]
| |
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| |-
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| |[[कार्बन तथा हाइड्रोजन की पहचान|कार्बन तथा हाइड्रोजन]]
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| |-
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| |[[नाइट्रोजन का परीक्षण|नाइट्रोजन]]
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| |-
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| |
| |[[हैलोजनों का परीक्षण|हैलोजन]]
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| |-
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| |[[सल्फर का परीक्षण|सल्फर]]
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| |-
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| |[[फॉस्फोरस]]
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| |[[ऑक्सीजन]]
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| |-
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| |[[हाइड्रोकार्बन]]
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| |-
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| |[[एल्केन]]
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| |-
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| |[[नाम पद्धति तथा समावयवता]]
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| |-
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| |[[विरचन]]
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| |-
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| |[[असंतृप्त हाइड्रोकार्बन]]
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| |-
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| |[[ऐल्किल हैलाइडों से]]
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| |[[कार्बोक्जिलिक अम्ल]]
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| |-
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| |[[एल्केन के रासायनिक गुण|एल्केन रासायनिक गुण]]
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| |-
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| |[[प्रतिस्थापन अभिक्रियाएं|प्रतिस्थापन अभिक्रिया]]
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| |-
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| |[[दहन]]
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| |नियंत्रित ऑक्सीकरण
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| |समावयवीकरण
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| |ऐरोमैटीकरण
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| |-
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| |भाप के साथ अभिक्रिया
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| |ताप अपघटन
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| |संरूपण
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| |[[एल्कीन]]
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| |द्विआबन्ध की संरचना
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| |समावयवता
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| |एल्कीन के भौतिक गुण
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| |[[एल्कीन के रासायनिक गुण|एल्कीन रासायनिक गुण]]
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| |-
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| |डाइहाइड्रोजन का संयोजन
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| |हैलोजन का संयोजन
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| |-
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| |हाइड्रोजन हैलाइडों का संयोजन
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| |-
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| |[[मार्कोनीकॉफ नियम]]
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| |प्रति मार्कोनीकॉफ नियम/खराश प्रभाव
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| |सल्फ्यूरिक अम्ल का संयोजन
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| |जल का संयोजन
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| |ऑक्सीकरण
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| |[[ओजोनीकरण]]
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| |बहुलकीकरण
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| |[[एल्काइन]]
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| |नाम पद्धति तथा समावयवता
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| |-
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| |विरचन
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| |-
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| |कैल्शियम कार्बाइड से
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| |-
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| |एल्काइन के भौतिक गुण
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| |-
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| |[[एल्काइन के रासायनिक गुण]]
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| |-
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| |एल्काइन का अम्लीय गुण
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| |-
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| |योगज अभिक्रिया
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| |डाइहाइड्रोजन का संयोजन
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| |हैलोजेन का संयोजन
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| |हाइड्रोजन हैलाइड के संयोजन
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| |जल का संयोजन
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| |बहुलकीकरण
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| |-
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| |[[एरोमेटिक हाइड्रोकार्बन]]
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| |-
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| |नाम पद्धति तथा समावयवता
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| |-
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| |बेन्ज़ीन की संरचना
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| |अनुनाद एवं बेंजीन का स्थायित्व
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| |-
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| |[[एरोमेटिकता]]
| |
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| |-
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| |[[बेंजीन का विरचन]]
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| |-
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| |भौतिक गुण
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| |रासायनिक गुण
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| |-
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| |इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ
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| |-
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| |नाइट्रीकरण
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| |-
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| |हैलोजनीकरण
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| |-
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| |सल्फोनीकरण
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| |-
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| |फ्रीडल-क्राफ्ट ऐल्किलीकरण
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| |-
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| |
| |योगज अभिक्रियाएँ
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| |-
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| |[[एकल प्रतिस्थापित बेन्जीन में क्रियात्मक समूह का निर्देशात्मक प्रभाव]]
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| |-
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| |[[कैंसरजन्य गुण तथा विषाक्तता]]
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| |-
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| |[[पर्यावरणीय रसायन]]
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| |-
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| |पर्यावरण प्रदूषण
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| |-
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| |[[वायुमंडलीय प्रदूषण]]
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| |-
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| |[[क्षोभमंडलीय प्रदूषण]]
| |
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| |-
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| |
| |गैसीय वायु प्रदूषक
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| |-
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| |कणिकीय प्रदूषक
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| |-
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| |नाइट्रोजन के ऑक्साइड
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| |सल्फर के ऑक्साइड
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| |-
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| |[[हाइड्रोकार्बन]]
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| |-
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| |कार्बन के ऑक्साइड
| |
| |-
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| |[[कार्बन मोनोऑक्साइड]]
| |
| |-
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| |
| |[[कार्बन डाइऑक्साइड]]
| |
| |-
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| |[[अम्ल वर्षा]]
| |
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| |-
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| |
| |[[धूम-कोहरा]]
| |
| |
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| |-
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| |
| |[[समतापमंडलीय प्रदूषण]]
| |
| |
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| |-
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| |
| |[[ओजोन छिद्र]]
| |
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| |-
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| |[[जल प्रदूषण]]
| |
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| |-
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| |जल प्रदूषण के कारण
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| |-
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| |जल के अंतर्राष्ट्रीय कारक
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| |-
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| |[[मृदा प्रदूषण]]
| |
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| |-
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| |पीड़कनाशी
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| |-
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| |
| |औद्योगिक अपशिष्ट
| |
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| |-
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| |
| |[[हरित रसायन]]
| |
| |
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| |-
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| |
| |
| |
| |
| |दैनिक जीवन में हरित रसायन
| |
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| |
| |
| |}
| |
| {| class="wikitable"
| |
| | colspan="5" style="text-align:center" |'''कक्षा 12 रसायन विज्ञान (1) के लिए टैक्सोनॉमी'''
| |
| |-
| |
| |अध्याय-सूची
| |
| |विषय-सूची
| |
| |उपविषय-1
| |
| |उपविषय-2
| |
| |उपविषय-3
| |
| |-
| |
| |ठोस अवस्था
| |
| |
| |
| |
| |
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| |-
| |
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| |ठोस अवस्था एवं उसके सामान्य अभिलक्षण
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| |क्रिस्टलीय एवं अक्रिस्टलीय ठोस
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| |क्रिस्टलीय ठोसों का वर्गीकरण
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| |आणविक ठोस
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| |ध्रुवीय आण्विक ठोस
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| |अध्रुवीय आण्विक ठोस
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| |आयनिक ठोस
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| |धात्विक ठोस
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| |सहसंयोजक अथवा नेटवर्क ठोस
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| |क्रिस्टल जालक और एकक कोष्ठिका
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| |आध एवं केंद्रित एकक कोष्ठिका
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| |आद्य एकक कोष्ठिका
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| |केन्द्रित एकक कोष्ठिका
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| |अन्तः केन्द्रित एकक कोष्ठिका
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| |फलक केन्द्रित एकक कोष्ठिका
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| |अन्त्य-केन्द्रित एकक कोष्ठिका
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| |सात आद्य एकक कोष्ठिका और केंद्रित सेलों के रूप में उनकी संभव विविधताएं
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| |ब्रेवे जालकों की एकक कोष्ठिका
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| |-
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| |एक एकक कोष्ठिका में अवयवी कणों की संख्या
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| |-
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| |आद्य घनीय एकक कोष्ठिका
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| |-
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| |अन्तः केंद्रित घनीय एकक कोष्ठिका
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| |-
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| |फलक केंद्रित घनीय एकक कोष्ठिका
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| |निविड़ संकुलित संरचनाएं
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| |-
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| |एक विमा में निविड संकुलन
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| |-
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| |द्वि विमा में निविड संकुलन
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| |-
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| |त्रिविमा में निविड संकुलन
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| |-
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| |यौगिक का सूत्र और संपूरित रिक्तिकाओं की संख्या
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| |-
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| |संकुलन क्षमता
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| |-
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| |hcp और ccp संरचनाओं में संकुलन क्षमता
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| |-
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| |चतुष्फलकीय और अष्टफलकीय रिक्तिकाओं का स्थान निर्धारित करना
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| |-
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| |चतुष्फलकीय रिक्तिकाओं का स्थान निर्धारित करना
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| |-
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| |अष्टफलकीय रिक्तिकाओं का स्थान निर्धारित करना
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| |-
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| |अन्तः केंद्रित घनीय संरचनाओं में संकुलन क्षमता
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| |-
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| |सरल घनीय जालक में संकुलन क्षमता
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| |-
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| |एकक कोष्ठिका विमा संबंधी गणनाएं
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| |-
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| |ठोसों में अपूर्णताएं
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| |-
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| |बिंदु दोषों के प्रकार
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| |-
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| |स्टॉइकियोमीट्री दोष
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| |-
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| |रिक्तिका दोष
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| |-
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| |अंतराकाशी दोष
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| |-
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| |फ्रेंकल दोष
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| |-
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| |शॉटकी दोष
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| |अशुद्धता दोष
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| |-
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| |नॉन स्टाइकियोमीट्रिक दोष
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| |-
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| |धातु आधिक्य दोष
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| |धातु न्यूनता दोष
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| |विधुतीय गुण
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| |चालक
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| |विधुतरोधी
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| |-
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| |अर्धचालक
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| |-
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| |धातुओं में विद्युत चालन
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| |अर्धचालकों में विद्युत चालन
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| |इलेक्ट्रान घनी अशुद्धियाँ
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| |n-प्रकार और p- प्रकार के अर्धचालकों के अनुप्रयोग
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| |इलेक्ट्रॉन न्यून अशुद्धियाँ
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| |-
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| |चुंबकीय गुण
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| |-
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| |अनुचुंबकत्व
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| |-
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| |प्रतिचुंबकत्व
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| |-
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| |लोहचुंबकत्व
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| |-
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| |प्रतिलोहचुंबकत्व
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| |-
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| |फेरीचुंबकत्व
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| |-
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| |विलयन
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| |विलयनों के प्रकार
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| |विलयनों की सांद्रता व्यक्त करने के तरीके
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| |-
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| |द्रव्यमान प्रतिशत w/w
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| |-
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| |आयतन प्रतिशत v/v
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| |द्रव्यमान आयतन प्रतिशत w/v
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| |पार्ट्स पर मिलियन
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| |-
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| |मोल अंश
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| |-
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| |मोलरता
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| |-
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| |मोललता
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| |-
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| |मोलर उन्नयन स्थिरांक
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| |-
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| |मोलल उन्नयन स्थिरांक
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| |-
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| |विलेयता
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| |-
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| |ठोसों की द्रवों में विलेयता
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| |-
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| |गैसों की द्रवों में विलेयता
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| |-
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| |द्रवीय विलयनों का वाष्प दाब
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| |राउल्ट का नियम
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| |हेनरी का नियम
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| |-
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| |ठोस पदार्थों का द्रवों में विलयन एवं उनका वाष्प दाब
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| |-
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| |आदर्श विलयन
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| |-
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| |अनादर्श विलयन
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| |-
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| |अणुसंख्य गुणधर्म और आण्विक द्रव्यमान की गणना
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| |वाष्प दाब का आपेक्षिक अवनमन
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| |-
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| |क्वथनांक का उन्नयन
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| |-
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| |हिमांक का अवनमन
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| |-
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| |परासरण एवं परासरण दाब
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| |-
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| |समपरासरी विलयन
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| |-
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| |प्रतिलोम परासरण एवं जल शोधन
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| |-
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| |असामान्य मोलर द्रव्यमान
| |
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| |-
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| |वैद्युतरसायन
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| |-
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| |वैधुत रासायनिक सेल
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| |-
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| |गैल्वैनी सेल
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| |-
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| |इलेक्ट्रोड विभव का मापन
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| |-
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| |विद्युत रासायनिक श्रेणी
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| |नर्नस्ट समीकरण
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| |नर्नस्ट समीकरण से साम्य समीकरण
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| |-
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| |वैधुत रासायनिक सेल अभिक्रिया की गिब्ज़ ऊर्जा
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| |-
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| |वैधुत अपघटनी विलयनों का चालकत्व
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| |-
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| |प्रतिरोधकता
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| |-
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| |चालकत्व
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| |विशिष्ट चालकत्व
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| |-
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| |आयनिक विलयनों की चालकता का मापन
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| |-
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| |सांद्रता के साथ चालकता एवं मोलर चालकता में परिवर्तन
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| |-
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| |प्रबल विद्युत अपघट्य
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| |-
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| |दुर्बल विद्युत अपघट्य
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| |-
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| |कोलराउश नियम
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| |-
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| |वैधुत अपघटनी सेल एवं वैधुतअपघटन
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| |-
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| |बैटरियां
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| |-
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| |प्राथमिक बैटरी
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| |-
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| |संचायक बैटरी
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| |-
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| |ईंधन सेल
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| |-
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| |संक्षारण
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| |-
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| |रासायनिक बलगतिकी
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| |-
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| |रासायनिक अभिक्रिया वेग
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| |-
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| |अभिक्रिया वेग को प्रभावित करने वाले कारक
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| |-
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| |अभिक्रिया वेग की सांद्रता पर निर्भरता
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| |-
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| |वेग स्थिरांक
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| |-
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| |अभिक्रिया की कोटि
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| |-
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| |अभिक्रिया की आण्विकता
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| |-
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| |समाकलित वेग समीकरण
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| |-
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| |शून्य कोटि की अभिक्रिया
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| |-
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| |प्रथम कोटि की अभिक्रिया
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| |-
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| |अभिक्रिया की अर्ध आयु
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| |-
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| |अभिक्रिया वेग की ताप पर निर्भरता
| |
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| |-
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| |सक्रियण ऊर्जा
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| |-
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| |उत्प्रेरक का प्रभाव
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| |-
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| |ले-शातैलिए का नियम
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| |-
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| |रासायनिक अभिक्रिया का संघट्ट सिद्धांत
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| |-
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| |पृष्ठ रसायन
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| |-
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| |अधिशोषण
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| |-
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| |अधिशोषण एवं अवशोषण में विभेद
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| |-
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| |अधिशोषण की क्रियाविधि
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| |-
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| |अधिशोषण के प्रकार
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| |-
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| |भौतिक अधिशोषण एवं रासायनिक अधिशोषण की तुलना
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| |-
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| |अधिशोषण समतापी
| |
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| |-
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| |
| |विलयन प्रावस्था से अधिशोषण
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| |-
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| |
| |अधिशोषण के अनुप्रयोग
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| |-
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| |उत्प्रेरण
| |
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| |-
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| |
| |एंजाइम उत्प्रेरण
| |
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| |-
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| |
| |
| |कोलाइड
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| |-
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| |कोलॉइडों का वर्गीकरण
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| |-
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| |द्रव स्नेही कोलॉइड और द्रव विरोधी कोलॉइड
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| |कोलॉइड बनाना
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| |कोलॉइडी विलयनों के शुद्धिकरण
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| |कोलॉइडी विलयनों के गुण
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| |टिंडल प्रभाव
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| |ब्राउनी गति
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| |वैधुत कण संचलन
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| |स्कंदन या अवक्षेपण
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| |अपोहन
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| |इमल्शन (पायस)
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| |कोलॉइडों के अनुप्रयोग
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| |तत्वों के निष्कर्षण के सिद्धांत एवं प्रक्रम
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| |धातुओं की उपलब्धता
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| |अयस्कों का सांद्रण
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| |द्रवीय धावन
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| |चुंबकीय पृथक्करण
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| |फेन प्लवन विधि
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| |निक्षालन
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| |सांद्रित अयस्कों से अशोधित धातुओं का निष्कर्षण
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| |निस्तापन एवं भर्जन
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| |वात्या भट्टी(प्रगलन)
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| |धातुकर्म का वैधुत रसायन सिद्धांत
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| |ऑक्सीकरण अपचयन
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| |शोधन
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| |वैधुत अपघटनी शोधन
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| |मंडल परिष्करण
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| |वाष्प प्रावस्था परिष्करण
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| |एलुमिनियम, कॉपर, जिंक तथा लोहे के उपयोग
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| |P ब्लॉक के तत्व
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| |P ब्लॉक तत्वों के भौतिक गुण
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| |P ब्लॉक तत्वों के रासायनिक गुण
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| |डाइ नाइट्रोजन
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| |अमोनिया
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| |नाइट्रोजन के ऑक्साइड
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| |नाइट्रिक अम्ल
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| |फॉस्फोरस के अपरूप
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| |फास्फीन
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| |फास्फोरस के हैलाइड
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| |फास्फोरस के ऑक्सो अम्ल
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| |होम्ज सिग्नल
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| |वर्ग 16 के तत्वों के रासायनिक गुण
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| |डाई ऑक्सीजन
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| |ओजोन
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| |सल्फर के अपरूप
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| |सल्फर डाइऑक्साइड
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| |सल्फर के ऑक्सोएसिड
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| |सल्फ्यूरिकअम्ल
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| |वर्ग 17 के तत्वों के रासायनिक गुण
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| |वर्ग 17 के तत्वों के भौतिक गुण
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| |क्लोरीन
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| |हाइड्रोजन क्लोराइड
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| |हैलोजनों के ऑक्सी अम्ल
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| |अन्तरा हैलोजन यौगिक
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| |वर्ग 18 के तत्वों के भौतिक गुण
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| |वर्ग 18 के तत्वों के रासायनिक गुण
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| |d एवं f ब्लॉक के तत्व
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| |संक्रमण तत्व(d ब्लॉक)
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| |संक्रमण तत्वों के भौतिक गुण
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| |संक्रमण तत्वों के रासायनिक गुण
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| |संक्रमण तत्वों के कुछ महत्वपूर्ण यौगिक
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| |पोटेशियम डाइक्रोमेट
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| |पोटेशियम परमैंगनेट
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| |आंतर संक्रमण तत्व (f ब्लॉक)
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| |f ब्लॉक तत्वों (लैंथेनाइड) के भौतिक गुण
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| |f ब्लॉक तत्वों (लैंथेनाइड) के रासायनिक गुण
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| |एक्टिनाइड के भौतिक गुण
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| |एक्टिनाइड के रासायनिक गुण
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| |लैंथेनाइड आकुंचन
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| |एक्टिनाइड आकुंचन
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| |उपसहसंयोजन यौगिक
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| |वर्नर का सिद्धांत
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| |उपसहसंयोजन यौगिकों से संबंधित कुछ प्रमुख पारिभाषिक शब्द
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| |उपसहसंयोजन यौगिकों का नामकरण
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| |ज्यामितीय समावयवता
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| |ध्रुवण समावयवता
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| |बंधनी समावयवता
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| |आयनन समावयवता
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| |उपसहसंयोजन समावयवता
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| |विलायकयोजन समावयवता
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| |उपसहसंयोजन यौगिकों में समावयवता
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| |-
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| |उपसहसंयोजन यौगिकों में आबंधन
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| |संयोजकता आबंध सिद्धांत
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| |क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धांत
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| |-
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| |अष्टफलकीय उपसहसंयोजन समूहों में क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन
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| |चतुष्फलकीय उपसहसंयोजन समूहों में क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन
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| |-
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| |उपसहसंयोजन यौगिकों में रंग
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| |धातु कार्बोनिलों में आबंधन
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| |उपसहसंयोजन यौगिकों का महत्व तथा अनुप्रयोग
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