द्रव अवस्था: Difference between revisions

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=== परिभाषा ===
=== परिभाषा ===
द्रव अवस्था पदार्थ की वह अवस्था है जिसमें कणों (परमाणु, अणु, या आयन) में पर्याप्त गतिज ऊर्जा होती है द्रव अवस्था में, कण आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े होते हैं, लेकिन वे एक-दूसरे के चारों ओर घूमने में सक्षम होते हैं। निश्चित आयतन: द्रव पदार्थों का एक निश्चित आयतन होता है, जिसका अर्थ है कि वे एक विशिष्ट मात्रा में स्थान लेते हैं। किसी द्रव पदार्थ के कण आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े होते हैं और उनमें इस आयतन को बनाए रखने के लिए पर्याप्त मजबूत आकर्षक बल होते हैं।
द्रव अवस्था पदार्थ की वह अवस्था है जिसमें कणों ([[परमाणु]], [[अणु]], या [[आयन]]) में पर्याप्त गतिज ऊर्जा होती है द्रव अवस्था में, कण आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े होते हैं, लेकिन वे एक-दूसरे के चारों ओर घूमने में सक्षम होते हैं। निश्चित आयतन: द्रव पदार्थों का एक निश्चित आयतन होता है, जिसका अर्थ है कि वे एक विशिष्ट मात्रा में स्थान लेते हैं। किसी द्रव पदार्थ के कण आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े होते हैं और उनमें इस आयतन को बनाए रखने के लिए पर्याप्त मजबूत आकर्षक बल होते हैं।


=== द्रव् अवस्था ===
=== द्रव् अवस्था ===
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# द्रव वे पदार्थ हैं जिनका एक निश्चित आकार होता है लेकिन आयतन निश्चित नहीं होता है।
# द्रव वे पदार्थ हैं जिनका एक निश्चित आकार होता है लेकिन आयतन निश्चित नहीं होता है।
# द्रवों में बहाव होता है अतः इनका आकार बदलता रहता है।
# द्रवों में बहाव होता है अतः इनका आकार बदलता रहता है।
# [[द्रव अवस्था|द्रव]] दृढ़ नहीं अपितु द्रव होता है।
# [[द्रव अवस्था|द्रव]] दृढ़ नहीं है।
# द्रव में अणु ठोस की तरह बहुत पास पास नहीं होते अतः इनमे ठोसों की अपेछा रिक्त स्थान अधिक होता है।
# द्रव में अणु [[ठोस अवस्था|ठोस]] की तरह बहुत पास पास नहीं होते अतः इनमे ठोसों की अपेछा रिक्त स्थान अधिक होता है।
# द्रव वे पदार्थ हैं जिनको जिस बर्तन में रखा जाता है ये उसका ही रूप ग्रहण कर लेते हैं।
# द्रव वे पदार्थ हैं जिनको जिस बर्तन में रखा जाता है ये उसका ही रूप ग्रहण कर लेते हैं।


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== अभ्यास प्रश्न ==
== अभ्यास प्रश्न ==
द्रव अवस्था से क्या तात्पर्य है?
 
* द्रव अवस्था से क्या तात्पर्य है?
 
* ठोस के अणु बहुत पास पास होते हैं इसका क्या कारण है?
* द्रव की विशेषताएं बताइये।

Latest revision as of 07:48, 13 May 2024

द्रव अवस्था ठोस और गैस अवस्था के साथ-साथ पदार्थ की तीन मुख्य अवस्थाओं में से एक है। द्रव पदार्थों में कुछ विशिष्ट विशेषताएं होती हैं जो उन्हें ठोस और गैसों से अलग करती हैं।

परिभाषा

द्रव अवस्था पदार्थ की वह अवस्था है जिसमें कणों (परमाणु, अणु, या आयन) में पर्याप्त गतिज ऊर्जा होती है द्रव अवस्था में, कण आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े होते हैं, लेकिन वे एक-दूसरे के चारों ओर घूमने में सक्षम होते हैं। निश्चित आयतन: द्रव पदार्थों का एक निश्चित आयतन होता है, जिसका अर्थ है कि वे एक विशिष्ट मात्रा में स्थान लेते हैं। किसी द्रव पदार्थ के कण आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े होते हैं और उनमें इस आयतन को बनाए रखने के लिए पर्याप्त मजबूत आकर्षक बल होते हैं।

द्रव् अवस्था

द्रव पदार्थ में परमाणु ठोस की अपेछा थोड़ा दूर दूर होते हैं द्रवों में रिक्त स्थान भी अत्यधिक कम होता है।

  1. द्रव वे पदार्थ हैं जिनका एक निश्चित आकार होता है लेकिन आयतन निश्चित नहीं होता है।
  2. द्रवों में बहाव होता है अतः इनका आकार बदलता रहता है।
  3. द्रव दृढ़ नहीं है।
  4. द्रव में अणु ठोस की तरह बहुत पास पास नहीं होते अतः इनमे ठोसों की अपेछा रिक्त स्थान अधिक होता है।
  5. द्रव वे पदार्थ हैं जिनको जिस बर्तन में रखा जाता है ये उसका ही रूप ग्रहण कर लेते हैं।

उदाहरण- जल, दूध, जूस, शीतल पेय

द्रव पदार्थ के लक्षण

निश्चित आयतन

द्रव पदार्थों का एक निश्चित आयतन होता है, जिसका अर्थ है कि वे एक विशिष्ट मात्रा में स्थान घेरते हैं। किसी द्रव पदार्थ के कण आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े होते हैं और उनमें इस आयतन को बनाए रखने के लिए प्रबल आकर्षण बल होते हैं।

अनिश्चित आकार

ठोस पदार्थों के विपरीत, द्रव पदार्थों का कोई निश्चित आकार नहीं होता है। कणों की एक-दूसरे से आगे बढ़ने और प्रवाहित होने की क्षमता के कारण वे उस कंटेनर का आकार ले लेते हैं जिसमें उन्हें रखा जाता है।

द्रवता

द्रव पदार्थ द्रव होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे बह सकते हैं और कंटेनर का आकार ले सकते हैं। यह गुण ठोस पदार्थों की तुलना में कणों के बीच अपेक्षाकृत कमजोर बलों के कारण होता है।

श्यानता

श्यानता किसी द्रव के प्रवाह के प्रति प्रतिरोध को संदर्भित करती है। कुछ द्रव पदार्थ दूसरों की तुलना में अधिक आसानी से प्रवाहित होते हैं। उदाहरण के लिए, शहद की तुलना में पानी की चिपचिपाहट कम होती है।

घनत्व

गैसों की तुलना में द्रव पदार्थों का घनत्व सामान्यतः अधिक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि द्रव पदार्थ में कण अधिक पास- पास होते हैं।

विसरण

द्रव पदार्थ फैल सकते हैं, जिसका अर्थ है कि उनके कण गति कर सकते हैं और अपनी गतिज ऊर्जा के कारण समय के साथ फैल सकते हैं।

अभ्यास प्रश्न

  • द्रव अवस्था से क्या तात्पर्य है?
  • ठोस के अणु बहुत पास पास होते हैं इसका क्या कारण है?
  • द्रव की विशेषताएं बताइये।