ब्राउनी गति: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
[[Category:पृष्ठ रसायन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:अकार्बनिक रसायन]]
[[Category:पृष्ठ रसायन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:अकार्बनिक रसायन]]
किसी द्रव पदार्थ (द्रव या गैस) में निलंबित कणों की यादृच्छिक गति है जो गैस या द्रव में तेज परमाणुओं या अणुओं के साथ उनके टकराव के परिणामस्वरूप होती है। इस घटना को पहली बार 1827 में स्कॉटिश वनस्पतिशास्त्री रॉबर्ट ब्राउन ने देखा था और इसने पदार्थ के गतिज सिद्धांत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके ही नाम पर इसका नाम ब्राउनी गति पड़ा।

Revision as of 12:58, 2 December 2023

किसी द्रव पदार्थ (द्रव या गैस) में निलंबित कणों की यादृच्छिक गति है जो गैस या द्रव में तेज परमाणुओं या अणुओं के साथ उनके टकराव के परिणामस्वरूप होती है। इस घटना को पहली बार 1827 में स्कॉटिश वनस्पतिशास्त्री रॉबर्ट ब्राउन ने देखा था और इसने पदार्थ के गतिज सिद्धांत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके ही नाम पर इसका नाम ब्राउनी गति पड़ा।