मुख्य फोकस: Difference between revisions
Listen
| Line 38: | Line 38: | ||
f=−0.15/2=−0.075 मीटर. | f=−0.15/2=−0.075 मीटर. | ||
याद रखें | == याद रखें == | ||
फोकल लंबाई का चिह्न लेंस के प्रकार (उत्तल या अवतल) और प्रकाश किरणों के अभिविन्यास पर निर्भर करता है। | |||
== निष्कर्ष == | == निष्कर्ष == | ||
यह लेख मुख्य फोकस और यह लेंस की वक्रता से संबंधित है । यह ,वह विशेष बिंदु ,जहां प्रकाश किरणें एकत्रित होती हैं या विसरित होती दिखाई देती हैं, जिससे छवियां बनाने, वस्तुओं को बड़ा करने और यह समझने की अनुमति मिलती है कि लेंस कैसे काम करते हैं। मुख्य फोकस, ऑप्टिकल उपकरणों के दिल की तरह है, जो हमें दुनिया को नए और रोमांचक तरीकों से देखने में मदद करता है। | यह लेख मुख्य फोकस और यह लेंस की वक्रता से संबंधित है । यह ,वह विशेष बिंदु ,जहां प्रकाश किरणें एकत्रित होती हैं या विसरित होती दिखाई देती हैं, जिससे छवियां बनाने, वस्तुओं को बड़ा करने और यह समझने की अनुमति मिलती है कि लेंस कैसे काम करते हैं। मुख्य फोकस, ऑप्टिकल उपकरणों के दिल की तरह है, जो हमें दुनिया को नए और रोमांचक तरीकों से देखने में मदद करता है। | ||
[[Category:किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र]][[Category:कक्षा-12]][[Category:भौतिक विज्ञान]] | [[Category:किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र]][[Category:कक्षा-12]][[Category:भौतिक विज्ञान]] | ||
Revision as of 08:03, 30 August 2023
Principal Focus
"मुख्य फोकस" प्रकाशिकी की दुनिया में एक प्रमुख अवधारणा है। यह सब इस बारे में है कि जब प्रकाश लेंस से गुजरता है तो कुछ लेंस वस्तुओं को बड़ा या छोटा कर के क्यों दिखा सकते हैं। प्रकाश लेंस से गुजर कर कैसा व्यवहार करता है यह लेख इस बारे में है।
प्रमुख फोकस और केंद्र बिंदु
मुख्य फोकस, जिसे फोकल बिंदु भी कहा जाता है, लेंस से गुजरने वाले प्रकाश के पथ पर एक विशेष बिंदु है।
यह वह स्थान है जहां प्रकाश की समानांतर किरणें (उत्तल लेंस के लिए) एकत्रित होती हैं या लेंस से गुजरने के बाद (अवतल लेंस के लिए) विसरित होती दिखाई देती हैं। इस विषय में यह बिंदु महत्वपूर्ण है क्योंकि यहीं पर छवि निर्माण (का जादू सा) होता है।
गणितीय समीकरण
मुख्य फोकस (एफ) का स्थान और लेंस से इसका संबंध एक सरल समीकरण द्वारा वर्णित है:
f=R/2f=2R
जहाँ:
f लेंस की फोकल लंबाई मीटर (m) में है।
R मीटर (m) में लेंस की वक्रता की त्रिज्या है।
समीकरण की समझ
वक्रता त्रिज्या (R)
लेंस को एक गोले के खंड के रूप में कल्पना करें। वक्रता त्रिज्या उस गोले की त्रिज्या है जिससे वह लेंस खंड काटा गया था। यह गोले के केंद्र और लेंस की सतह के बीच की दूरी है।
फोकल लंबाई (f)
यह लेंस से मुख्य फोकस तक की दूरी है। यह वह बिंदु है जहां प्रकाश की समानांतर किरणें या तो एकत्रित होती हैं या अलग होती हुई प्रतीत होती हैं।
उदाहरण:
0.2 मीटर की वक्रता त्रिज्या वाले उत्तल लेंस पर विचार करने पर फोकल लंबाई ज्ञात करने के लिए:
f=0.2/2=0.1 मीटर.
-0.15 मीटर की वक्रता त्रिज्या वाले अवतल लेंस के लिए:
f=−0.15/2=−0.075 मीटर.
याद रखें
फोकल लंबाई का चिह्न लेंस के प्रकार (उत्तल या अवतल) और प्रकाश किरणों के अभिविन्यास पर निर्भर करता है।
निष्कर्ष
यह लेख मुख्य फोकस और यह लेंस की वक्रता से संबंधित है । यह ,वह विशेष बिंदु ,जहां प्रकाश किरणें एकत्रित होती हैं या विसरित होती दिखाई देती हैं, जिससे छवियां बनाने, वस्तुओं को बड़ा करने और यह समझने की अनुमति मिलती है कि लेंस कैसे काम करते हैं। मुख्य फोकस, ऑप्टिकल उपकरणों के दिल की तरह है, जो हमें दुनिया को नए और रोमांचक तरीकों से देखने में मदद करता है।