समावयवीकरण: Difference between revisions
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समावयवीकरण वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक अणु दूसरे अणु में परिवर्तित हो जाता है जिसमें समान संख्या में बिल्कुल समान परमाणु होते हैं, लेकिन परमाणुओं की एक अलग व्यवस्था होती | समावयवीकरण वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक अणु दूसरे अणु में परिवर्तित हो जाता है जिसमें समान संख्या में बिल्कुल समान परमाणु होते हैं, लेकिन परमाणुओं की एक अलग व्यवस्था होती है। | ||
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A−B−C → B−A−C | A−B−C → B−A−C | ||
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इसमें मुख्य उत्पाद के साथ साथ अन्य अल्प उत्पाद के बनने की सम्भावना भी होती है। | इसमें मुख्य उत्पाद के साथ साथ अन्य अल्प उत्पाद के बनने की सम्भावना भी होती है। | ||
इस प्रक्रिया में एक समावयवी को दूसरे समावयवी में बदलने की प्रक्रिया को समावयवीकरण कहा जाता है। | |||
Revision as of 11:27, 5 October 2023
समावयवीकरण वह रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक अणु दूसरे अणु में परिवर्तित हो जाता है जिसमें समान संख्या में बिल्कुल समान परमाणु होते हैं, लेकिन परमाणुओं की एक अलग व्यवस्था होती है।
जैसे
A−B−C → B−A−C
एल्केन को निर्जल ऐलुमिनियम क्लोराइड तथा हाइड्रोजन क्लोराइड गैस की उपस्थित में गर्म करने पर अनेक प्रकार के शाखित एल्केन प्राप्त होते हैं। अर्थात हम यह भी कह सकते हैं कि वे शाखित श्रंखला वाले एल्केनों में समावयवीकृत हो जाते हैं।
उदाहरण
इसमें मुख्य उत्पाद के साथ साथ अन्य अल्प उत्पाद के बनने की सम्भावना भी होती है।
इस प्रक्रिया में एक समावयवी को दूसरे समावयवी में बदलने की प्रक्रिया को समावयवीकरण कहा जाता है।