वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन: Difference between revisions

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रसायन विज्ञान में, अणुसंख्य गुणधर्म विलयनों के उन गुणधर्मों को कहते हैं जो  विलयन में उपस्थित विलेय की संख्या पर निर्भर करतें है। उदाहरण के लिए, 'वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन' एक अणुसंख्य गुण है।
रसायन विज्ञान में, अणुसंख्य गुणधर्म विलयनों के उन गुणधर्मों को कहते हैं जो  विलयन में उपस्थित विलेय की संख्या पर निर्भर करतें है। उदाहरण के लिए, 'वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन' एक अणुसंख्य गुण है।


जब एक अवाष्पशील विलेय विलायक में डाला जाता है तब विलयन का वाष्पदाब घटता है। ऐसे अनेक गन है जो विलयन के वाष्पदाब के अवनमन से सम्बंधित हैं। वो कुछ इस प्रकार हैं:
जब एक अवाष्पशील विलेय विलायक में डाला जाता है तब विलयन का वाष्पदाब घटता है। ऐसे अनेक गुण है जो विलयन के वाष्पदाब के अवनमन से सम्बंधित हैं। वो कुछ इस प्रकार हैं:
*विलायक के वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन
*विलायक के वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन
*विलायक के हिमांक का अवनमन
*विलायक के [[हिमांक का अवनमन]]
*विलायक के कथ्नांक का उन्नयन
*विलायक के कथ्नांक का उन्नयन
*विलयन का परासरण दाब
*विलयन का [[परासरण दाब]]
उपरोक्त सभी गुण विलयन में उपस्थित कुल कणों की संख्या तथा विलेय कणों की संख्या के अनुपात पर निर्भर करता है न की विलेय कणों की प्रकृति पर निर्भर करता है। इसे ही अणुसंख्य गुणधर्म कहा जाता है।
उपरोक्त सभी गुण विलयन में उपस्थित कुल कणों की संख्या तथा विलेय कणों की संख्या के अनुपात पर निर्भर करता है न की विलेय कणों की प्रकृति पर निर्भर करता है। इसे ही अणुसंख्य गुणधर्म कहा जाता है।
==वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन==
==वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन==
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==अभ्यास प्रश्न==
==अभ्यास प्रश्न==
*वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमनसे क्या तात्पर्य है?
*वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन से क्या तात्पर्य है?
*240 ग्राम पानी में 10.8 ग्राम ग्लूकोज (m.w = 180) घोलने पर इसका क्वथनांक 0.13 डिग्री सेंटीग्रेड बढ़ जाता है। पानी के आणविक उन्नयन स्थिरांक की गणना करें।
*240 ग्राम पानी में 10.8 ग्राम ग्लूकोज (m.w = 180) घोलने पर इसका क्वथनांक 0.13 डिग्री सेंटीग्रेड बढ़ जाता है। पानी के आणविक उन्नयन स्थिरांक की गणना करें।
*हिमांक अवनमन से क्या तात्पर्य है?
*हिमांक अवनमन से क्या तात्पर्य है?

Latest revision as of 13:16, 30 May 2024

रसायन विज्ञान में, अणुसंख्य गुणधर्म विलयनों के उन गुणधर्मों को कहते हैं जो  विलयन में उपस्थित विलेय की संख्या पर निर्भर करतें है। उदाहरण के लिए, 'वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन' एक अणुसंख्य गुण है।

जब एक अवाष्पशील विलेय विलायक में डाला जाता है तब विलयन का वाष्पदाब घटता है। ऐसे अनेक गुण है जो विलयन के वाष्पदाब के अवनमन से सम्बंधित हैं। वो कुछ इस प्रकार हैं:

उपरोक्त सभी गुण विलयन में उपस्थित कुल कणों की संख्या तथा विलेय कणों की संख्या के अनुपात पर निर्भर करता है न की विलेय कणों की प्रकृति पर निर्भर करता है। इसे ही अणुसंख्य गुणधर्म कहा जाता है।

वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन

राउल्ट के नियम से वाष्पदाब का अवनमन केवल विलेय कणों के सांद्रण पर निर्भर करता है, उसकी प्रकृति पर निर्भर नहीं करता है। जब किसी द्रव विलायक में कोई अवाष्पशील पदार्थ घोलते हैं तो विलायक का वाष्पदाब कम हो जाता है, अर्थात किसी विलयन का वाष्प दाब हमेशा शुद्ध विलायक के वाष्प दाब से कम होता है। विलयन का वाष्प दाब विलयन के वाष्प दाब के कारण होता है।

....................................................................(2.22)

विलायक के वाष्पदाब में अवनमन, को निम्न प्रकार से दर्शाया जा सकता है -

....................................................................(2.23)

अतः

....................................................................(2.24)

जब किसी विलयन में एक से अधिक अवाष्पशील विलेय होते हैं, उसके वाष्पदाब का अवनमन विलेयों के मोल प्रभाज  पर निर्भर करता है।  

....................................................................(2.25)

राउल्ट का नियम

राउल्ट ने अवाष्पशील पदार्थों के द्रव विलायकों में विलयनों के वाष्प दाब अवनमन पर अनेक प्रयोग किये और उनसे जो परिणाम प्राप्त हुए उनसे राउल्ट ने अपना नियन प्रस्तुत किया।

"राउल्ट के नियम के अनुसार, वाष्प दाब का आपेक्षिक अवनमन विलयन में विलेय के मोल प्रभाज के बराबर होता है।"

यदि समान ताप पर शुद्ध विलायक और विलयन का वाष्प दाब क्रमशः P0 और Ps है, और विलयन में विलेय और विलायक के मोलों की संख्या क्रमश: n और N है।

....................................................................(2.26)

....................................................................(2.27)

....................................................................(2.28)

जहां और तथा और क्रमशः विलायक और विलेय की मात्रा और मोलर द्रव्यमान हैं।

अभ्यास प्रश्न

  • वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन से क्या तात्पर्य है?
  • 240 ग्राम पानी में 10.8 ग्राम ग्लूकोज (m.w = 180) घोलने पर इसका क्वथनांक 0.13 डिग्री सेंटीग्रेड बढ़ जाता है। पानी के आणविक उन्नयन स्थिरांक की गणना करें।
  • हिमांक अवनमन से क्या तात्पर्य है?