सह प्रभाविता का नियम: Difference between revisions
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जब किसी जीन या कारक के युग्मविकल्पी में कोई भी कारक प्रभावी या अप्रभावी न होकर, मिश्रित रूप से प्रभाव डालते हैं, तो इसे सहप्रभाविता कहते हैं। इसके कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं: | |||
जब किसी व्यक्ति में IA व Ib दोनों युग्मविकल्पी साथ-साथ मौजूद होते हैं, तो उसका रक्त समूह AB होता है। यह सहप्रभाविता का एक उदाहरण है। | |||
सहप्रभाविता में F1 पीढ़ी दोनों जनकों की मध्यवर्ती होती है। | |||
प्रभावित का नियम बताता है कि जब दो विपरीत ऐलील किसी जीव में एक साथ आते हैं, तो उनमें से केवल एक ही बाहरी रूप से दिखाई देता है। दिखाई देने वाले लक्षण को प्रभावी और नहीं दिखाई देने वाले लक्षण को अप्रभावी कहते हैं। | |||
Revision as of 09:25, 28 September 2024
जब किसी जीन या कारक के युग्मविकल्पी में कोई भी कारक प्रभावी या अप्रभावी न होकर, मिश्रित रूप से प्रभाव डालते हैं, तो इसे सहप्रभाविता कहते हैं। इसके कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:
जब किसी व्यक्ति में IA व Ib दोनों युग्मविकल्पी साथ-साथ मौजूद होते हैं, तो उसका रक्त समूह AB होता है। यह सहप्रभाविता का एक उदाहरण है।
सहप्रभाविता में F1 पीढ़ी दोनों जनकों की मध्यवर्ती होती है।
प्रभावित का नियम बताता है कि जब दो विपरीत ऐलील किसी जीव में एक साथ आते हैं, तो उनमें से केवल एक ही बाहरी रूप से दिखाई देता है। दिखाई देने वाले लक्षण को प्रभावी और नहीं दिखाई देने वाले लक्षण को अप्रभावी कहते हैं।