गैसीय निकाय में साम्यावस्था स्थिरांक (Kp)
स्थिर ताप पर, गैसीय मिश्रण में उपस्थित किसी गैस का आंशिक दाब उसकी मोलर सांद्रता के समानुपाती होता है। अतः समांगी गैसीय अभिक्रियाओं के साम्य स्थिरांक व्यंजक उत्पन्न करने में गैसीय पदार्थों की मोलर सांद्रताओं के स्थान पर उनके आंशिक दाब भी प्रयुक्त किये जाते हैं।
माना स्थिर ताप पर एक उत्क्रमणीय अभिक्रिया है,
इस अभिक्रिया पर द्रव्यानुपाती क्रिया का नियम लगाने पर आंशिक दाब पर अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक व्यंजक प्राप्त होता है।
Kp = PCc PDd/ PAa PBb ...................(1)
व्यंजक (1) को आंशिक दाबों के रूप में अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक व्यंजक कहते हैं। यह व्यंजक गैसीय अभिकारकों और उत्पादों के साम्यावस्था में आंशिक दाबों के मध्य संबंध प्रदर्शित करता है।
व्यंजक (1) में PA,PB, PC, और PD क्रमशः A, B, C, D के साम्यावस्था पर आंशिक दाबों को प्रदर्शित करते हैं, और अभिक्रिया का साम्यस्थिरांक है। क का पादाक्षर P यह प्रदर्शित करता है कि साम्य स्थिरांक की गणना करने में अभिक्रिया के साम्य स्थिरांक व्यंजक में गैसीय पदार्थों के आंशिक दाब प्रयुक्त किये जाते हैं।