सिस-समावयवी

From Vidyalayawiki

Revision as of 11:07, 21 March 2024 by Shikha (talk | contribs)

ज्यामितीय समावयवता उन अणुओं द्वारा दर्शायी जाती है जिनमे   कार्बन - कार्बन के मध्य द्विबंध होता है। और द्विआबंंध से हुये दोनों परमाणु अलग अलग कार्बन पर हों। ज्यामितीय समावयवता कार्बन कार्बन द्विबंध के सीमित घूर्णन के कारण उत्पन्न होती है। ज्यामितीय समावयवता में दो कार्बन समूह से जुड़े यदि दोनों समूह एक दिशा में होते हैं तो उसे सिस समावयवता कहते हैं और यदि दो कार्बन समूह से जुड़े दोनों समूह विपरीत दिशा में होते हैं तो उसे ट्रान्स समावयवता कहते हैं।