अरेहेनियस समीकरण

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किसी रासायनिक अभिक्रिया को सम्पन्न होने के लिये जितनी न्यूनतम ऊर्जा की मात्रा आवश्यक होती है उसे उस अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा (activation energy) कहते हैं। इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले १८८९ में स्वीडेन के वैज्ञानिक अर्हिनियस ने किया था। सक्रियण ऊर्जा को Ea से प्रदर्शित किया जाता है।

अरहेनियस समीकरण दर स्थिरांक, पूर्ण तापमान और ए कारक (जिसे पूर्व-घातीय कारक के रूप में भी जाना जाता है) के बीच एक संबंध प्रदान करता है। यह पूर्ण तापमान पर अभिक्रिया दर की निर्भरता में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।

जहाँ

k अभिक्रिया की दर स्थिरांक को दर्शाता है

A पूर्व-घातीय कारक को दर्शाता है, जिसे आवृत्ति गुणक भी कहते हैं।

e  प्राकृतिक लघुगणक (यूलर संख्या) का आधार है

E  रासायनिक प्रतिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा को दर्शाता है (प्रति मोल ऊर्जा के संदर्भ में)

R सार्वभौमिक गैस स्थिरांक को दर्शाता है

T अभिक्रिया से जुड़े पूर्ण तापमान को दर्शाता है (केल्विन में)