न्यूट्रॉन

From Vidyalayawiki

Revision as of 12:15, 26 May 2023 by Shikha (talk | contribs)

Listen

प्रत्येक परमाणु के नाभिक के अंदर पाए जाने वाले उपपरमाण्विक कण न्यूट्रॉन, प्रोटॉन हैं। एकमात्र अपवाद हाइड्रोजन है, जहां नाभिक में केवल एक प्रोटॉन होता है। न्यूट्रॉन पर कोई विद्युत आवेश नहीं होता है (न तो ऋणात्मक और न ही धनात्मक) और धनात्मक रूप से आवेशित प्रोटॉन की तुलना में थोड़ा अधिक द्रव्यमान होता है। "मुक्त" न्यूट्रॉन वे हैं जो अब एक नाभिक के अंदर सीमित नहीं हैं। ये मुक्त न्यूट्रॉन परमाणु विखंडन और संलयन प्रक्रियाओं द्वारा निर्मित होते हैं।

न्यूट्रॉन एक आवेश रहित मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाये जाते हैं। इसे "n" से दर्शाया जाता है। न्यूट्रॉन एक उपपरमाण्विक कण है जो की सभी प्रकार के पदार्थों के परमाणु के नाभिक में पाया जाता है।

एक परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन का प्राथमिक कार्य बाध्यकारी ऊर्जा (या परमाणु गोंद) में योगदान करना है जो नाभिक को एक साथ रखता है। इसे निम्नलिखित रूप से समझा जा सकता है:

एक परमाणु नाभिक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से बना होता है। नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन धनावेशित होते हैं। न्यूट्रॉन पर कोई आवेश नहीं होता है और इसलिए, प्रोटॉन के बीच इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रतिकर्षण को रोकता है। यह नाभिक के समग्र द्रव्यमान-घाटे की ओर जाता है। द्रव्यमान में कमी इस तथ्य के कारण उत्पन्न होती है कि प्रतिकर्षण से बचने की इस प्रक्रिया में द्रव्यमान का कुछ भाग बाध्यकारी ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है।

न्यूट्रॉन की खोज

न्यूट्रॉन विधुत आवेशित कण है जिसकी खोज 1932 में जेम्स चैडविक ने की थी। इन्होने देखा कि बेरेलियम तत्व पर अल्फा कणों की बमबारी करने पर एक प्रकार की किरण निकलती है। जेम्स चैडविक ने इस किरण के अध्धयन के फलस्वरूप बताया कि ये किरणें विधुत उदासीन कणों से मिलकर बनी होती हैं जिन्हे न्यूट्रॉन कहते हैं। न्यूट्रॉन का प्रतीक 0n1 होता है। इसका द्रव्यमान 1.0086 amu होता है। जो हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान के बराबर होता है।