अमलगम

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अमलगम:

ये मिश्र धातु मरकरी अर्थात पारा से बनी हुई हैं। पारा मिश्र धातु को पेस्ट की तरह बना देती है। अमलगम का उपयोग दांतों की भराई में किया जा सकता है, जिसमें मरकरी होती है, हालांकि इसका एक दूसरा उपयोग अमलगम को फैलाना फिर पारा को वाष्पित करने के लिए इसे गर्म करना है, जिससे दूसरी धातु की परत निकल जाये। यदि कोई एक धातु मरकरी है तो उससे प्राप्त होने वाली धातु को अमलगम कहते हैं। शुद्ध धातु की तुलना में मिश्रधातु की विधुत चालकता तथा गलनांक कम होता है।

उदाहरण

तांबा एवं जस्ता (Cu एवं Zn) की मिश्र धातु पीतल है।

ताम्र एवं टिन (Cu एवं Sn)की मिश्रधातु कांसा विधुत के कुचालक हैं , लेकिन ताम्र का उपयोग विधुतीय परिपथ बनाने में किया जाता है।

सीसा एवं टिन (Pb एवं Sn) की मिश्रधातु सोल्डर है जिसका गलनांक बहुत कम होता है। इसका उपयोग विधुत तारों की परस्पर वेल्डिंग के लिए किया जाता है।